इसके तहत मैकेनिकल इंटरलॉकिंग प्रणाली को इलेक्ट्रोनिकल में बदल जा रहा है। यह काम अगले माह में पूरा हो जाएगा। इसके के लिए लालगढ़ में ही नियंत्रण कक्ष बनाया जा रहा है, जहां पूरा सिस्टम कम्प्यूटराइज्ड किया जा रहा है। इसमें एक क्लिक करते ही स्वत: ही लाइन बदल जाएगी। कर्मचारियों को बार-बार लीवर खींचना नहीं पड़ेगा।