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जेल में नशे की खेप ले जाते जेल प्रहरी को फिर पकड़ा

locationबीकानेरPublished: Mar 12, 2020 11:41:06 am

Submitted by:

Jai Prakash Gahlot

आरएसी के जवानों ने पकड़ा, उच्चाधिकारियों से की शिकायतजेल प्रहरी को हटाया, विभागीय जांच शुरू

जेल में नशे की खेप ले जाते जेल प्रहरी को फिर पकड़ा

जेल में नशे की खेप ले जाते जेल प्रहरी को फिर पकड़ा

बीकानेर। बीकानेर केन्द्रीय कारागार एकबार फिर सुर्खियों में हैं। सप्ताहभर पहले एलईडी टीवी में मोबाइल, चार्जर व जर्दे के पैकेट ले जा रहे एक जेल प्रहरी को पकड़ा था। इसके बाद फिर सात मार्च को आरएसी के जवानों ने एक जेल प्रहरी को नशे की खेप ले जाते हुए पकड़ा।
जेल से मिली जानकारी के अनुसार सात मार्च को जेल प्रहरी कमल मीणा को आरएसी के जवानों ने रोका। तलाशी के दौरान उसकी पहनी हुई अंडरवीयर के अंदर से जर्दे के करीब १२ पाऊच बरामद किए गए। इस संबंध में जेल अधीक्षक को सूचित किया। जेल प्रशासन एवं आरएसी कमांडेंट ने जेल प्रहरी की इस हकीकत के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। जेल अधीक्षक परमजीतसिंह सिद्धू ने बताया कि जेल प्रहरी कमल मीणा को ड्यूटी से हटा दिया गया है, उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
जेल में चल रहा खेल
बीकानेर केन्द्रीय कारागार में पिछले काफी समय से मोबाइल, सिम एवं आपत्तिजनक सामग्री मिलने का खेल चल रहा है। औचक निरीक्षण हो या सामान्य रुटीन चेकिंग किसी न किसी बैरक से मोबाइल व सिम मिल रहे हैं। इनको लेकर जेल प्रशासन गंभीर नहीं है। जेल प्रशासन की लापरवाही के कारण जेल में हथियार पहुंचने की घटना हुई, जिसके चलते वर्ष २०१२ में यहां कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह और उसके विरोधी गुट में गैंगवार हो चुकी है, जिसमें तीन बंदियों की मौत हो गई थी।
त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था फेल
केन्द्रीय कारागार में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था है। इसके बावजूद जेल में आए दिन मोबाइल, सिम, चार्जर व नशे की चीजे बंदियों और बैरकों से बरामद हो रही है। ऐसे में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में हैं। जेल में बंदी मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं जबकि ऑफिस कार्मिकों एवं अधिकारियों के फोन काम नहीं करते। जेल में जैमर महज ऑफिस में काम करते हैं लेकिन बैरकों की तरफ मोबाइल पर बंदी जेल में बैठे-बैठे ही जनप्रतिनिधियों को धमका रहे हैं।

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