पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने बताया कि झारखंड के रांची से डीवाईएसपी एनके महतो व मनोज कुमार के नेतृत्व में आई टीम और श्रीडूंगरगढ़ पुलिस व डीएसटी ने हेमासर निवासी सुनील पुत्र बृजलाल ब्राह्मण को गिरफ्तार किया है। आरोपी का रांची के कुख्यात बदमाश अमन श्रीवास्तव से नजदीकी संबंध है। गैंगस्टर अमन आरोपी सुनील के मार्फत हवाला का सारा कारोबार करता है। गैंगस्टर अमन रांची के कोयला व्यापारियों सहित अन्य व्यापारियों की हत्या व आगजनी का भय दिखाकर रंगदारी वसूलता है। आरोपी को पकडऩे वाली टीम में श्रीडूंगरगढ़ सीओ दिनेश कुमार, श्रीडूंगरगढ़ सीआई वेदपाल शिवरान, कोतवाली एसएचओ नवनीतसिंह एवं डीएसटी आदि शामिल थे।
आरोपी ट्रांजिट रिमांड पर, करोड़ों का हिसाब मिला
श्रीडूंगरगढ़ एसएचओ वेदपाल शिवरान ने बताया कि आरोपी सुनील को रविवार शाम को ही मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया। आरोपी के पास से तीन फोन एवं रजिस्टर मिला है, जिसमें करोड़ों रुपए का हिसाब-किताब है। इस पूरे प्रकरण के तार बेंगलुरू से जुड़े होने के तथ्य भी सामने आए हैं। वहीं एटीएस व जिला पुलिस ने एक और व्यक्ति को डिटेन किया है। व्यक्ति श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र का है और दिल्ली में कारोबार करता है।
सिद्धार्थ साहू से मिले थे 28 लाख रुपए
पुलिस के मुताबिक १६ जनवरी, 22 को एटीएस टीम ने रांची में सिद्धार्थ साहू के यहां दबिश दी। तब टीम ने उसके यहां से 28 लाख 88 हजार रुपए बरामद किए थे। इस बारे में पूछताछ करने पर आरोपी ने रुपए अमन श्रीवास्तव व उसके भाई का होना बताया था। यह रुपए सुनील के मार्फत अमन के पास भिजवाने थे। आरोपी सिद्धार्थ ने बताया कि यह रंगदारी का पैसा अमन की बहन मंजरी व भाई अभीक श्रीवास्तव के कहने पर पिन्टू नामक व्यक्ति ने उसे पहुंचाया है। यह रुपया किसी सुनील नामक व्यक्ति को देने थे, जो अमन तक पहुंचाता। उसने बताया कि इससे पहले भी वह कई बार अमन की बहन मंजरी, भाई अभीक श्रीवास्तव व बहनोई चन्द्रप्रकाश राणु के कहने पर पिन्टू के मार्फत रंगदारी का बहुत पैसा वसूलता रहा है।