scriptKavi Sammelan on Nokha Foundation Day | संस्कृति को बचाना है, तो बच्चों के हाथ में मोबाइल नहीं किताब दीजिए... | Patrika News

संस्कृति को बचाना है, तो बच्चों के हाथ में मोबाइल नहीं किताब दीजिए...

locationबीकानेरPublished: Sep 22, 2022 01:15:56 am

Submitted by:

Hari Singh

नोखा स्थापना दिवस पर देर रात तक चला कवि सम्मेलन, अभिनेता व कवि शैलेश बोले...
लोगों का उमड़ा हुजूम, कभी हंसी और ठहाकों की फुहार, तो कभी किया कटाक्ष

संस्कृति को बचाना है, तो बच्चों के हाथ में मोबाइल नहीं किताब दीजिए...
संस्कृति को बचाना है, तो बच्चों के हाथ में मोबाइल नहीं किताब दीजिए...

नोखा. नगरपालिका की ओर से नोखा नगर के 95वें स्थापना दिवस पर मंगलवार रात्रि को राजकीय भट्टड़ स्कूल में कवि सम्मेलन हुाअ। देर रात तक चले इस कवि सम्मेलन में मशहूर कवि व अभिनेता शैलेश लोढ़ा को सुनने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा। कवि शैलेश ने काव्य पाठ करते हुए कहा कि अगर संस्कृति को बचाना है तो बच्चों के हाथ में मोबाइल नहीं किताब दीजिए। सोशल मीडिया के चलते सहजता, सादगी एवं बंदगी सबकुछ भूल गए हैं।

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