दीक्षांत समारोह में 20 गोल्ड मेडल वितरित किए गए, जिसमें से 18 गोल्ड मेडल पर छात्राओं ने कब्जा जमाया। इसमें भी 7 गोल्ड मेडल बीकानेर निवासी सोनाली खत्री ने प्राप्त किए। समारोह सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस केएम जोसेफ बतौर मुख्य अतिथि और राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश व एनएलयू के कुलाधिपति जस्टिस प्रदीप नंद्राजोग के आतिथ्य में हुआ।
ये गोल्ड मेडल मिले सोनाली को – संपत राज भंडारी गोल्ड मेडल बीबीए एलएलबी में सर्वाधिक अंक
– स्व. प्रणिता मेहता गोल्ड मेडल सर्वाधिक अंक
– माथुर अमर-लक्ष्मी गोल्ड मेडल एलएलबी के तीनों साल में सर्वाधिक अंक
– जस्टिस चांदमल लोढा गोल्ड मेडल एलएलबी के तीनों साल में सर्वाधिक अंक
– डॉ रंजना मैसे गोल्ड मेडल स्नातक छात्राओं में सर्वाधिक अंक
– स्वर्गीय तारा मैसे गोल्ड मेडल प्रशासनिक कानून में सर्वाधिक अंक
– लक्ष्मी रमाशंकर प्रधान गोल्ड मेडल कानून के तीन विश्व में सर्वाधिक अंक
– स्व. प्रणिता मेहता गोल्ड मेडल सर्वाधिक अंक
– माथुर अमर-लक्ष्मी गोल्ड मेडल एलएलबी के तीनों साल में सर्वाधिक अंक
– जस्टिस चांदमल लोढा गोल्ड मेडल एलएलबी के तीनों साल में सर्वाधिक अंक
– डॉ रंजना मैसे गोल्ड मेडल स्नातक छात्राओं में सर्वाधिक अंक
– स्वर्गीय तारा मैसे गोल्ड मेडल प्रशासनिक कानून में सर्वाधिक अंक
– लक्ष्मी रमाशंकर प्रधान गोल्ड मेडल कानून के तीन विश्व में सर्वाधिक अंक
सात गोल्ड मेडल प्राप्त करने के बाद जब सोनाली खत्री पत्रकारों से रूबरू हुई तो वह भावुक हो गई। उसने पत्रकारों से कहा कि वह अपनी सफलताओं को अपने स्वर्गीय पिता को समर्पित करती है।
फिलहाल सोनाली प्रशासनिक सेवा की तैयारी कर रही है और आइएएस ही बनना चाहती है। सोनाली मूल रूप से बीकानेर निवासी है लेकिन वर्तमान में वह जयपुर में रह रही है। सोनाली की मां सीमा खत्री ने बताया कि वह स्कूल में भी इतने ही गोल्ड मेडल लेकर आती थी।