गौरतलब है कि गत दिनों क्षेत्र से टिड्डी दल ने फसलों में नुकसान करने के साथ अण्डे भी दिए थे। कृषि विभाग की माने तो महाजन फील्ड फायरिंग रेंज का लम्बा-चौड़ा क्षेत्र टिड्डी दल के लिए सबसे अनुकूल साबित हुआ। यहां हरी घास, बुई, सिळिया आदि मिलने से टिड्डी दल रेंज एरिया में कई दिन रुका। जाते-जाते उसने यहां अण्डे दिए जिनसे अब फाका निकला है।
गुसाईणां, रामसरा, चकजोड़, बालादेसर, फूलेजी सहित अन्य गांवों की रेंज एरिया से सटती सीमा में फाका होने से गत एक सप्ताह से अधिक समय से टिड्डी नियंत्रण दल व कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी दवा का छिड़काव कर नियंत्रण करने में जुटे हैं। इस कार्य के लिए टिड्डी नियंत्रण दल के वैज्ञानिक सहायक रामकरण डूडी, सहायक वनस्पति अधिकारी राजकुमार, सहायक कृषि अधिकारी अब्दुल अमीन, कृषि पर्यवेक्षक बलराम जाखड़ सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी लगे हैं।
बुधवार को काश्तकार सुरजीत धतरवाल ने रामबाग माइनर के चक एक आरबीएम में मूंगफली व ग्वार की फसल में भारी मात्रा में फाके की सूचना दी। इस सूचना पर ये टीम खेतों में पहुंची व हालात का जायजा लिया। टीम ने बताया कि इसके नियंत्रण के लिए किसानों को दवा के छिड़काव की जानकारी दी गई है।