बीकानेर

चुनावी रण में तीसरी बार भाजपा के ‘अर्जुन’

टिकट मिलने के बाद मेघवाल रूणेचा, देशनोक और कोडमदेसर धोक लगाने पहुंचे

बीकानेरMar 23, 2019 / 11:17 am

dinesh kumar swami

चुनावी रण में तीसरी बार भाजपा के ‘अर्जुन’

बीकानेर. अ_ारह लाख तेतीस हजार मतदाताओं वाले बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने अपने पुराने खिलाड़ी और लगातार दो बार से सांसद अर्जुनराम मेघवाल को फिर से पार्टी प्रत्याशी बनाया है। भाजपा नेता देवीसिंह का अर्जुनराम की टिकट कटवाने के लिए इस्तीफा देकर बनाए दबाव को भी पार्टी ने दरकिनार कर दिया। टिकट घोषणा के साथ ही अर्जुनराम समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। मेघवाल ने शुक्रवार को रूणेचा पहुंचकर लोकदेवता बाबा रामदेव के मंदिर में धोक लगाई। इसके बाद कोडमदेसर भेरूजी, देशनोक करणीमाता मंदिर पहुंचे। बीकानेर लोकसभा सीट के आरक्षित होने के बाद पहले चुनाव २००९ में अर्जुनराम ने राजनीति में कदम रखा। पहले चुनाव में प्रतिद्वंदी पार्टी ने पहले एक्टर (धर्मेन्द्र) अब कलक्टर के नारे से उन्हें घेरने का प्रयास किया। परन्तु जनता ने एमबीए शिक्षित और प्रशासनिक अनुभव वाले अर्जुनराम को अपना सांसद चुना।
 


चुनाव २०१४ में पार्टी ने दूसरी बार अर्जुनराम मेघवाल को मौका दिया। मोदी लहर के चलते वे तीन लाख से अधिक मतों से चुनाव जीत गए। साल २०१४ का चुनाव जीतकर भाजपा ने बीकानेर लोकसभा में पार्टी की जीत की हैट्रिक लगाई। इस बार अर्जुनराम पार्टी की टिकट हासिल करने की हैट्रिक तो लगा चुके है, सांसद चुने जाने की हैट्रिक का फैसला छह मई को मतदाता करेंगे। कांग्रेस ने अभी इस सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। परन्तु भाजपा की ओर से अर्जुनराम को चुनाव मैदान में उतारने के बाद कांग्रेस ने मजबूत प्रत्याशी की तलाश तेज कर दी है।
 

 

 

 

बीकानेर लोकसभा पर एक नजर
कुल मतदाता – १८३३२१५
पुरुष – ९६८१८१
महिला – ८६५०३४
लोकसभा चुनाव २०१४
भाजपा को मिले मत-
५८४९३२ (६२.८४ प्रतिशत)
कांग्रेस को मिले मत-
२७६८५३ (२९.७४ प्रतिशत)
(भाजपा के अर्जुन मेघवाल ने कांग्रेस के शंकर पन्नू को
३०८०७९ मतों से हराया)
पांच साल में बढ़े
२.४१ लाख मतदाता
लोकसभा चुनाव २०१४ में बीकानेर लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाता १५ लाख ९२ हजार ३५५ थे। पांच साल के दौरान २ लाख ४० हजार ८६० मतदाता और जुड़कर अब मतदाता का आंकड़ा १८ लाख ३३ हजार को पार कर गया है।
 

 

 

अर्जुनराम को टिकट मिलने के यह रहे कारण
– बीकानेर में पार्टी का सबसे मजबूत चेहरा, दस साल से सांसद और मंत्री रहने का अनुभव।
– १८.३३ लाख वोटरों वाले लोकसभा क्षेत्र में एससी वोटरों में सर्वाधिक मेघवाल जाति से होना।
– प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का अर्जुनराम के कार्यकाल से संतुष्ट होना।
– आरएसएस की ओर से भी अर्जुनराम मेघवाल के नाम पर सहमति दी गई।
– भाजपा के जिलाध्यक्ष और अनूपगढ़, लूणकरनसर, नोखा और बीकानेर पूर्व के विधायकों की सहमति।
– गैरमेघवाल को टिकट दिलाने के लिए देवीसिंह भाटी के दबाव केन्द्रीय नेताओं पर बेअसर रहना।
– पिछले चुनाव में तीन लाख से अधिक मतों से कांग्रेस के प्रत्याशी को हराकर संसद पहुंचना।
– साफ छवीं, पूर्व आइएएस और साधारण जीवनशैली की पहचान कायम करना।
 

 

 

 

एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे
सकारात्मक राजनीति और विकास चुनावी मुद्दे रहेंगे। वर्ष २००९ में सांसद बनने के बाद संसद की लाइब्रेरी में संसदीय इतिहास पढऩे पर तीन-चार महापुरुषों के सदन में सकारात्मक राजनीति को लेकर कही बातों ने प्रभावित किया। राममनोहर लोहिया, डॉ. भीमराव अम्बेडकर के साथ ही दीनदयाल उपाध्याय के विचारों से प्रभावित होकर हमेशा से सकारात्मक राजनीति करता रहा हूं। देवीसिंह भाटी का इस्तीफा प्रदेशाध्यक्ष के पास है, वही निर्णय कर सकते हैं। मेरी कोशिश सबको साथ लेकर एकजुट चुनाव लडऩे की रहेगी।
अर्जुनराम मेघवाल, भाजपा प्रत्याशी बीकानेर लोकसभा क्षेत्र।

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