सीआई सुभाष बिजारणिया के मुताबिक पीडि़ता ने परिवाद में बताया कि आरोपित वसीम उसे करीब दो वर्ष पहले एक फैशन शो में मिला था। वह कॉस्ट्यूम (परिधान) डिजाइनर है, इसलिए एेसे कार्यक्रम में शामिल होती रहती है। आरोपी वसीम भी एेसे कार्यक्रमों में आता रहता है। इसी वजह से आरोपित ने उससे नजदीकियां बढ़ा ली। धीरे-धीरे उसने पीडि़ता के साथ मंदिरों में जाकर चरणामृत लेना, तिलक लगाना आदि शुरू कर दिया। इससे पीडि़ता को उस पर विश्वास भी हो गया। इस बीच आरोपित ने उसे शादी का प्रस्ताव भी दिया।
ले लिए दस्तावेज
परिवाद के अनुसार आरोपित युवक मई में पीडि़ता को अपने दोस्त समीर के घर ले गया और वहां दुष्कर्म किया। आरोपित ने उसे धमकी भी दी। इसके बाद वसीम ने पीडि़ता से आधार कार्ड, दसवीं की अंकतालिका आदि दस्तावेज ले लिए। इसी बीच पीडि़ता गर्भवती हो गई।
पीडि़ता ने आरोप लगाया कि वसीम और वकील ने उससे जबरन कई कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिए। आरोपितों ने एक मौलवी के साथ मिलकर उसका धर्म परिवर्तन करा दिया और इस बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। वसीम की मां व मौसी का लड़का समीर भी उसका सहयोग करते थे।
मां को बताई आपबीती
पीडि़ता ने बताया कि उसके साथ लव जेहाद की जानकारी मां को वाट्सएेप के जरिए दी। इस पर पीडि़ता के माता-पिता ने एसडीएम के सामने प्रार्थना-पत्र पेश किया। इस पर एसडीएम ने पीडि़ता को माता-पिता के घर भेज दिया।
जांच करा रहे हैं
पीडि़ता ने परिवाद दिया है। परिवाद गंगाशहर थाने भेजकर मामला दर्ज कराया गया है। सीआइ सुभाष बिजारणिया को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। पीडि़ता के साथ कोई ज्यादती हुई है तो न्याय दिलाया जाएगा।
सवाईसिंह गोदारा, पुलिस अधीक्षक