उज्ज्वला योजना के तहत जारी होने वाले गैस सिलेण्डर व कनेक्शन के दौरान घर की महिला मुखिया के साथ सिलेण्डर की फोटो खींचना अनिवार्य है, लेकिन गैस एजेन्सियां इस प्रक्रिया को खाना-पूर्ति करार दे रही हैं। वहीं कुछ एजेन्सी संचालक इस कार्य में फर्जीवाड़ा भी कर रहे हैं।
नाम : इकरार अहमद, गुलजार बस्ती, लक्ष्मीनाथ टंकी के पास, बीकानेर
यह हुआ : एक साल पहले उज्ज्वला योजना में आवेदन किया था, लेकिन अब बता रहे हैं कि आपके नाम अलवर जिले में गैस कनेक्शन जारी हो चुका है। प्रथमदृष्टया दस्तावेजों का दुरुपयोग होने की आशंका। फर्जीवाड़े के इस खेल को रसद विभाग भी नहीं पकड़ पाया, जबकि उपभोक्ता के पास फर्जीवाड़ा होने के पूरे दस्तावेज उपलब्ध हैं।
नाम : मंजू देवी, गवारियों का बास, घड़सीसर (बीकानेर)
यह हुआ : एक साल से गैस सिलेण्डर लेने के लिए गैस एजेन्सियों के चक्कार लगा रहे हैं। कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा। कह रहे हैं कि आपके नाम पहले कनेक्शन है, जबकि उनके घर किसी भी कम्पनी का गैस कनेक्शन नहीं है। इनके दस्तावेज से किसी ने कनेक्शन जारी करवा लिया।
नाम : रेखा गहलोत, पंचमुखा हनुमान मंदिर के पास, बीकानेर
यह हुआ : एक साल पहले आवेदन किया था, अब एजेन्सी वाले बता रहे हैं कि आपके नाम पलाना में गैस कनेक्शन जारी हो चुका है। जबकि वह पिछले एक साल से चक्कर लगा रही है। इनके भी दस्तावेज का दुरुपयोग हुआ है।
नाम : शिमला देवी, बागीनाड़ा हनुमान मंदिर, बीकानेर
यह हुआ : शिमला देवी के पति की मृत्यु के बाद जब नाम परिवर्तन के लिए शिमला देवी का पुत्र गैस एजेन्सी गया तो उन्हें बताया गया कि इनके नाम से उज्ज्वला योजना का कनेक्शन जारी हुआ है। जबकि इनके घर गैस कनेक्शन नहीं है।
उज्ज्वला योजना को लेकर शिकायतें मिल रही हैं। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई भी की जा रही है। योजना के नाम फर्जीवाड़ा पकड़े जाने पर संबंधित गैस एजेन्सी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अगर किसी उपभोक्ता के नाम अन्य स्थान पर फर्जी गैस कनेक्शन है तो वह इसकी शिकायत कर सकते हैं।
अमित कुमार, सेल्स ऑफिसर, भारत गैस बीकानेर
उज्ज्वला योजना के नाम फर्जीवाड़े से जुड़ी शिकायतों की जांच की जा रही है। कागजी गैस कनेक्शन पाए जाने पर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट दी जाएगी। जिन गैस एजेन्सी संचालकों ने गड़बड़ी की है, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
सरोज बिश्नोई, प्रवर्तन निरीक्षक, रसद विभाग बीकानेर