scriptऊंटनी के दूध से संभव कई रोगों का इलाज | many diseases treatment possible with camel milk | Patrika News

ऊंटनी के दूध से संभव कई रोगों का इलाज

locationबीकानेरPublished: Sep 27, 2017 10:48:37 am

ऊंटनी के दूध में रोग प्रतिरोधकता क्षमता होती है। इससे कई रोगों का इलाज हो सकता है।

 camel milk benefits
राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र देश में ऊंटनी के दूध की डेयरी को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रहा है। ऊंट की भार ढोहने में और खेती में उपयोगिता कम हो गई है। ऊंटनी के दूध में रोग प्रतिरोधकता क्षमता होती है। इससे कई रोगों का इलाज हो सकता है। ऊंटनी के दूध में प्रोटीन के रसायनिक संघटक, एन्जाइम तथा अन्य घटक मानव स्वास्थ्य के लिए रोग प्रतिरोधी हैं।
ऊंट के सीरिम (वेनम) से नैनो एन्टी बॉडीज कई रोगों के इलाज में सार्थक साबित हो रहे हैं। वहीं सर्पदंश में ऊंट से बनाई एन्टी वेनम सरीसृप की बहुतायत वाले पश्चिमी राजस्थान में मानव जीवन के लिए वरदान साबित हो सकती है। इस एन्टीवेनम के २५ हजार परीक्षण हो गए हैं।
राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डॉ. एन.वी. पाटिल ने बताया कि ऊंटनी के दूध से कॉफी, आइसक्रीम, केक, मिठाइयां बनाने के अलावा दूध का मानव शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में उपयोगिता पर काम किया जा रहा है।

ऊंटनी के दूध में पाए जाने वाले अमीनो एसिड की जो विशेषताएं हैं, वे अन्य पशुओं के दूध में नहीं है। दूध का रसायनिक विश्लेषण किया गया है। ऊंट के सीरिम से डायबिटीज, थॉइराइड कैंसर की जांच, क्षय रोग, एड्स के इलाज के लिए अनुसंधान किया जा रहा है।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
डॉ. पाटिल ने बताया कि ऊंटनी के दूध में तत्व सुपाच्य होते हैं। इन तत्वों के पाचन के बाद रक्त में मिलने पर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसका कारण विशेष प्रकार के प्रोटीन एवं रसायन होना है। ऊंटनी का दूध रोग प्रतिरोधक जैव उत्पाद है। इससे डायबिटीज समेत कई बीमारियों के इलाज में अच्छे परिणाम आ रहे हैं। दूध के लैक्टो बैक्टीरिया औषधीय गुण है। देश में ऊंटनी के दूध की मांग बढ़ी है।
वल्र्ड रेबीज-डे पर नि:शुल्क टीकाकरण, पालतू श्वानों के लिए शिविर
राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विवि में वल्र्ड रेबीज डे पर 28 सितम्बर को पालतू श्वानों का रेबीज टीकाकरण का एक दिवसीय शिविर आयोजित किया जाएगा। क्लिनिकल वेटरनरी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष प्रो. डी.के. बिहानी ने बताया कि शिविर प्रात: 9 बजे से 12 बजे तक वेटरनरी कॉलेज क्लिनिक्स के केनाइन आउट डोर में लगेगा।
वेटरनरी कॉलेज और केनाइन वेलफेयर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शिविर में नि:शुल्क टीके लगाए जाएंगे। शिविर में रेबीज रोग के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए फिल्म प्रदर्शन और श्वान पालकों को रेबीज रोग से बचाव की जानकारी भी दी जाएगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो