बीकानेर

स्कूलों का निरीक्षण सिर्फ खानापूर्ति, ग्रामीण क्षेत्रों के कई स्कूलों का निरीक्षण आज तक नहीं

ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों की नहीं मिल पाती वास्तविक जानकारी,सुधार से रह जाते हैं वंचित

बीकानेरJun 09, 2018 / 08:58 am

dinesh kumar swami

हाईवे के स्कूलों का निरीक्षण, दूर-दराज नहीं पहुंचे अधिकारी

निखिल स्वामी/बीकानेर.जिले में शिक्षा अधिकारी हाईवे के आसपास के स्कूलों का निरीक्षण खानापूर्ति कर लेते हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों के कई स्कूलों का निरीक्षण आज तक नहीं हुआ। इससे वहां बच्चों की सुविधाओं और व्यवस्था का सही आकलन नहीं हो पाता और स्कूली शिक्षा में सुधार भी नहीं हो पाता है।
 

राज्य सरकार ने वर्ष २०१७-१८ में प्रदेश के सौ प्रतिशत स्कूल निरीक्षण के आदेश दिए थे, लेकिन अधिकारियों ने लक्ष्य अर्जित नहीं किया है। राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद के आंकड़ों में एेसे कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इनमें बीकानेर जिले के १५५२ में से २९७ स्कूलों का आज तक एक बार भीनिरीक्षण नहीं किया गया है, जो शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान है।
 


शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों के निरीक्षण के लिए जाते हैं, लेकिन दूर-दराज व सीमावर्ती क्षेत्र के स्कूलों में जाने से कतराते है। एेसे में इन स्कूलों के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल पाती है। जब भी शिक्षा स्वावलंबन अभियान में अधिकारियों की ड्यूटी स्कूलों के निरीक्षण के लिए लगाई जाती है, वो पहले से ही स्थानीय अधिकारियों से मुख्य मार्ग अथवा सड़क मार्ग से जुड़े स्कूलों का चयन निरीक्षण के लिए करा लेते हैं। इससे दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों की भौतिक स्थिति का कई वर्षों तक पता नहीं चलता है। कभी अधिकारी निरीक्षण के लिए स्कूलों में पहुंचते हैं, वहां की स्थिति कागजों से उलट होती है।
 

इन स्कूलों को प्राथमिकता
जिले में चार हाईवे बीकानेर शहर से गुजरते हैं। इनमें जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर व श्रीगंगानगर हाईवे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकतर अधिकारी निरीक्षण के लिए एेसे विद्यालयों का चयन करते हैं, जहां कोई प्रसिद्ध मंदिर अथवा धार्मिक स्थान होता है। कई अधिकारी अपने रिश्तेदार व निजी काम से कहीं जाते हैं तो वहां के स्कूल का निरीक्षण कागजों में दिखा देते हैं।
 

फिर भी रहे गए ६९ स्कूल
शिक्षा परिषद की रिपोर्ट के बाद शिक्षा विभाग ने कई स्कूलों का निरीक्षण किया। जिले के १५५४ प्राथमिक व उच्च प्राथमिक उत्कृष्ट स्कूलों में से ४०५ का एक बार, २९८ का दो बार और २१६ का तीन या अधिक बार निरीक्षण किया गया, लेकिन ६९ स्कूलों का निरीक्षण फिर भी नहीं किया गया। जिले में ३७४ माध्यमिक व उच्च माध्यमिक उत्कृष्ट स्कूल हैं। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि १४५ स्कूलों के निरीक्षण का टारगेट मिला था, जो पूरा कर लिया गया है। बाकी स्कूलों का निरीक्षण अब तक नहीं हुआ है।
 

गाइडलाइन तैयार करवाई जाएगी
जिन स्कूलों का निरीक्षण नहीं हुआ है, उनका अगले शिक्षा सत्र में निरीक्षण करवा लिया जाएगा। निरीक्षण के लिए गाइडलाइन तैयार करवाई जाएगी। इन स्कूलों की कमियों को भी दूर किया जाएगा।
श्यामसिंह राजपुरोहित, निदेशक, प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर

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