सादुलगंज विकास समिति, टीम वन उम्माह सहित कई संगठनों ने प्रदर्शन किया। समिति अध्यक्ष अधिवक्ता मनोज बिश्नोई ने बताया कि युवती को न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा। वारदात के विरोध में सादुलगंज क्षेत्र में दुुकानदारों ने प्रतिष्ठान बंद रखे। इससे पहले एमएस कॉलेज की छात्राओं ने धनेश्वरी तंवर के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। छात्राएं नई गजनेर रोड पर धरने पर बैठ गई, जिससे यातायात बाधित हो गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। बाद में छात्राओं ने कलक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया। डूंगर कॉलेज में एबीवीपी छात्रसंघ महासचिव मुकेश पूनिया के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने प्राचार्य को ज्ञापन दिया। बीकानेर प्रांतीय राजपूत सभा, राणीसर जनहितकारी कल्याण भूमि संस्थान सहित अन्य संगठनों ने भी प्रदर्शन किया।
सदर थाना क्षेत्र की युवती 18 अगस्त को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। परिजनों ने इसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। 19 अगस्त को युवती का शव लूणकरनसर के पास नहर में मिला। इसके बाद मृतका के पिता ने सदर थाने में तीन नामजद और तीन-चार अन्य के खिलाफ अपहरण कर बलात्कार और हत्या कर शव नहर में फेंकने का मामला दर्ज कराया।
आरोपियों को सख्त सजा दिलाने की मांग को लेकर शाम को शहरवासियों ने कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च सार्दुलगंज से रवाना होकर एसपी निवास के सामने पहुंचा। यहां प्रदर्शनकारी एसपी से मिलने की बात पर अड़ गए। इस पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर हल्का बल प्रयोग कर उन्हें वहां से खदेड़ा। एएसपी सिटी पवनकुमार मीणा ने बताया कि कैंडल मार्च निकाल विरोध करने वाले एसपी कोठी के सामने पहुंचे। वे जबरन कोठी में प्रवेश करने लगे। उन्हें बताया कि युवती की हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन वे लोग माने नहीं। तभी पीछे से भीड़ में शामिल युवकों ने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। तब पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें वहांसे खदेड़ा। इससे पहले प्रदर्शन की सूचना पर आरएसी व अतिरिक्त पुलिस बल बुलवा लिया गया था।
किया। साथ ही प्रशासन के लचर रवैये पर रोष जताकर आरोपियों को फांसी की सजा दिलवाने की मांग की गई।