बैठक में महाविद्यालयों में संचालित सभी पाठ्यक्रमों को लेकर इकजाई अक्षय निधि कोष स्थापित करने का निर्णय लिया गया। इस कोष में अस्थाई सम्बद्ध निजी महाविद्यालयों को पांच लाख रुपए एवं स्थाई सम्बद्ध निजी महाविद्यालयों को 10 लाख रुपए का अक्षय निधि कोष बनाना होगा। जिन महाविद्यालयों द्वारा विश्वविद्यालयों के निर्देशों की पालना नहीं की जा रही है उनकी सम्बद्धता को समाप्त कर कार्यवाही से छात्रों को भी अवगत करवाया जाएगा।
बैठक के दौरान विद्या परिषद द्वारा विश्वविद्यालय में संचालित छह संकायों में 36 विषयों के पाठ्यक्रमों का अनुमोदन किया गया। साथ ही विश्वविद्यालय में संचालित विभागों में इच्छानुसार क्रेडिट सिस्टम को भी लागू करने का निर्णय भी लिया गया।
विश्वविद्यालय की एकेडमिक कौंसिल की बैठक में राजेंद्रसिंह डूडी, प्रो. सुरेश कुमार अग्रवाल, प्रो. राजाराम चोयल, प्रो. नारायण सिंह राव, डॉ. मीनू पूनिया, डॉ. वीएन सिंह, डॉ. सुरेंद्र सहारण, आचार्य प्रो. अनिल कुमार छंगाणी, डॉ. राकेश हर्ष, डॉ. श्रवण सैनी, डॉ. बीएल बिश्नोई, डॉ. निधि अग्रवाल, डॉ. अभिषेक वशिष्ठ आदि उपस्थित थे।