बीकानेर. राजस्थान विश्वविद्यालय, मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय सहित राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों की तर्ज पर अब बीकानेर के महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय भी अपनी अलग से प्रवेश नीति बनाने की कवायद में जुट गया है।
इसके लिए गठित कमेटी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंप देगी। जिसके आधार पर इसी शिक्षा सत्र से ही अपनी प्रवेश नीति पर विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को प्रवेश देगा। फिलहाल विश्वविद्यालय राज्य सरकार की ओर से जारी प्रवेश नीति के आधार पर विद्यार्थियों को प्रवेश दे रहा है। विश्वविद्यालय की स्थापना २००३ में की गई थी। इसके डेढ़ दशक से अधिक समय बाद किसी कुलपति ने प्रवेश नीति को लेकर कवायद की है।
इसके लिए गठित कमेटी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंप देगी। जिसके आधार पर इसी शिक्षा सत्र से ही अपनी प्रवेश नीति पर विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को प्रवेश देगा। फिलहाल विश्वविद्यालय राज्य सरकार की ओर से जारी प्रवेश नीति के आधार पर विद्यार्थियों को प्रवेश दे रहा है। विश्वविद्यालय की स्थापना २००३ में की गई थी। इसके डेढ़ दशक से अधिक समय बाद किसी कुलपति ने प्रवेश नीति को लेकर कवायद की है।
मंथर गति से लेकर रहा विवि आकार
एमजीएसयू की स्थापना २००३ में की गई थी। इसके करीब ९ साल बाद साल २०१२ में विश्वविद्यालय में पांच विषय खोले गए। इसके बाद विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को प्रवेश देना शुरू किया। फिर कुछ साल और बीत जाने पर तीन और विभाग खोले गए। अब १८ साल बाद प्रवेश नीति पर काम हो रहा है।
एमजीएसयू की स्थापना २००३ में की गई थी। इसके करीब ९ साल बाद साल २०१२ में विश्वविद्यालय में पांच विषय खोले गए। इसके बाद विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को प्रवेश देना शुरू किया। फिर कुछ साल और बीत जाने पर तीन और विभाग खोले गए। अब १८ साल बाद प्रवेश नीति पर काम हो रहा है।
एक सप्ताह का समय
&प्रवेश नीति को बनाने के लिए गठित कमेटी को एक सप्ताह का समय दिया है। यह कमेटी अन्य विश्वविद्यालयों की प्रवेश नीति का अध्ययन तथा जिले की भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति के आधार पर नीति बनाएगी।
– प्रो. विनोद कुमार सिंह, कुलपति एमजीएसयू, बीकानेर
&प्रवेश नीति को बनाने के लिए गठित कमेटी को एक सप्ताह का समय दिया है। यह कमेटी अन्य विश्वविद्यालयों की प्रवेश नीति का अध्ययन तथा जिले की भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति के आधार पर नीति बनाएगी।
– प्रो. विनोद कुमार सिंह, कुलपति एमजीएसयू, बीकानेर
स्थानीय को फायदा
प्रवेश नीति में जिले में विद्यार्थियों की अन्य योग्यताओं के साथ-साथ जिले की सामाजिक, भौगाोलिक और आर्थिक बिन्दुओं को भी शामिल किया जाएगा। ताकि स्थानीय विद्यार्थियों को प्रवेश में इसका लाभ मिल सके।
– डॉ. बिट्ठल बिस्सा, उप कुलसचिव एमजीएसयू बीकानेर
प्रवेश नीति में जिले में विद्यार्थियों की अन्य योग्यताओं के साथ-साथ जिले की सामाजिक, भौगाोलिक और आर्थिक बिन्दुओं को भी शामिल किया जाएगा। ताकि स्थानीय विद्यार्थियों को प्रवेश में इसका लाभ मिल सके।
– डॉ. बिट्ठल बिस्सा, उप कुलसचिव एमजीएसयू बीकानेर