बुधवार सुबह सूर्य की किरणें फूटे कुछ ही समय हुआ था। बीकानेर के कुछ लोग मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। तो कुछ सामान्य गतिविधियों मसलन दूध-अखबार आदि खरीदने के लिए सड़क पर थे। लेकिन यह क्या...। सड़क पर जबरदस्त गहमागहमी थी। पुलिस बल तैनात था। बैरीकेडिंग खींच कर रास्ते रोके जा रहे थे। लोग हक्के-बक्के थे। तकरीबन दस बजे खबर लगी कि अलकायदा से जुड़े 8 आतंकियों ने सर्किट हाउस के पास रंगमंच में कब्जा कर लिया है। करीब 12 लोग उनके कब्जे में हैं। पुलिस-एनएसजी, क्यूआरटी-ईआरटी, एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच चुकी थीं। पूरा सशस्त्र अमला एक्शन मोड में नजर आया। फायरिंग की आवाजें आने लगीं। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के दौरे से ठीक पांच दिन पहले बीकानेर में आतंकियों के घुसने की खबर से एकबारगी शहर में सनसनी दौड़ पड़ी। हालांकि, कुछ ही देर बाद जब लोगों को बताया गया कि यह सारा घटनाक्रम एक मॉकड्रिल का हिस्सा है, तब लोगों की जान में जान आई।
पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, रंगमंच में करीब आठ से नौ आतंकियों के बंदूकों और विस्फोटकों समेत घुसने की खबर थी।
सुबह दस बजे आतंकियों ने रंगमंच में कर्मचारियों को कब्जे में लिया। सुरक्षा एजेंसियों ने 11 बजे मोर्चा संभाला।
नौशाद अली