धीरे-धीरे यह हल्की फुहारों में तब्दील हो गई। करीब पांच-सात मिनट तक यूं ही फुहारें चलती रही। इससे एक बार तो सड़क गीली हो गई। थोड़ी ही देर में फुहारें बंद हो गई। इससे पूर्व शुक्रवार को भादो मास शुरू होते ही मानसून अपने रंग में फिर से लौट आया। दोपहर को शुरू हुई बारिश रुक-रुक कर धीरे तेज होती रही। बारिश का यह दौर रात तक चलता रहा। देर रात ढाई बजे भी थोड़ी देर के लिए हल्की वर्षा हुई। शनिवार सुबह भी घने बादलों के कारण तेज वर्षा के आसार लग रहे थे। इस बरसात से बीकानेर शहर एवं आसपास क्षेत्र के तालाब में पानी की काफी आवक हुई। वहीं शहर में कई स्थानों में सड़कों पर गड्ढे पड़ गए। कई इलाकों में बरसाती पानी भी भरा हुआ है। इससे आवागमन में भी परेशानी हो रही है।