शराब के विभिन्न ब्रांड के 180 मिली लीटर पर 140 की बजाय 160 रुपए, 750 मिली. के 561 की बजाय 630 रुपए, शराब की कई अन्य ब्रांड 115 के 130 रुपए, 229 के 270, 455 के 560 रुपए वसूले जा रहे हैं। वहीं गरीब व मजदूर तबके के लोगों से देशी शराब 50 यूपर प्लास्टिक पव्वे के 26 की बजाय 50 रुपए तथा 180 मिली के 31रुपए की बजाय 45 से 50 रुपए लिए जा रहे हैं।
लोगों को लूट रहे शराब ठेकेदार महेश सैनी ने बताया कि आबकारी विभाग ठेकेदारों की मनमानी पर चुप्पी साधे हुए हैं। ठेकेदार राज्य सरकार की ओर से अंग्रेजी व देशी शराब पर अंकित मूल्य से अधिक राशि वसूल रहे हैं। बीयर पर अंकित मूल्य 97 रुपए के बजाय 140 रुपए लिए जा रहे हैं। शराब की बोतल पर 115 रुपए एमआरपी अंकित है, लेकिन ठेकाकर्मी 160-170 रुपए वसूलते हैं। शराब दुकानदार के समक्ष ज्यादा वसूली का विरोध किया तो उसने कहा कि यह कीमत ली जाएगी। आबकारी व पुलिस की मिलीभगत के चलते ठेकेदार लोगों को लूट रहे हैं।
नहीं वसूल सकते अधिक दाम सरकार के नियमानुसार कोई भी दुकानदार सामान पर अंकित दर से ज्यादा दाम नहीं वसूल सकता। अगर कोई दुकानदार ऐसा करता है तो उसकी विभाग से शिकायत की जा सकती है। न्यायालय में उसके खिलाफ कार्रवाई चलाई जा सकती है।
एक बार हुई कार्रवाई, फिर सुस्ती शहर में रात आठ बजे बाद शराब ठेकों के शटर तो बंद हो जाते हैं, लेकिन शराब की बिक्री देर रात तक होती है। राजस्थान पत्रिका ने देर रात शराब बिकने के मुद्दों को खबरें प्रकाशित उठाया, तब जिला कलक्टर ने दुकानों का निरीक्षण किया और सत्यता पाई गई। इसके बाद पुलिस व आबकारी विभाग एक बारगी सख्त हुए। कुछ दिन रात आठ बजे बाद शराब पूरी तरह से बिकनी बंद हो गई, लेकिन व्यवस्था फिर पुराने ढर्रे पर आ गई है।
शिकायत पर करेंगे कार्रवाई शराब व बीयर की बोतलों पर पुरानी दर अंकित है, नई दर अंकित होकर नहीं आ रही है। ऐसे में 97 रुपए की बीयर के ठेकेदार 110 रुपए वसूलता है, तो जायजा है। इससे ज्यादा वसूल कर रहा है तो गलत है। ज्यादा वसूलने की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
ओपी पंवार, जिला आबकारी अधिकारी
ओपी पंवार, जिला आबकारी अधिकारी