गजरोला खास (पीलीभत) निवासी संतरा देवी आठ महीने से कैंसर से पीडि़त हैं। मां की पीड़ा को देख शादीशुदा बेटी पप्पी देवी से रहा नहीं गया। पप्पी अपने छोटे-छोटे बच्चों को ससुराल में ही छोड़कर मां को इलाज के लिए बीकानेर के आचार्य तुलसी कैंसर अस्पताल में ले आई। संतरा देवी के पति का निधन हो चुका है। उनका एक बेटा है, लेकिन वह बहुत छोटा है। एेसे में पप्पी देवी मां के इलाज के लिए आगे आईं। अस्पताल के सामने रैन बसेरे रह रही पप्पी दिन-रात मां की सेवा और उनका उपचार कराने में जुटी हैं।
पप्पी देवी ने बताया कि मां ने दुख उठाकर उन्हें पाला-पोसकर बड़ा किया। ससुराल की सभी जिम्मेदारियों को छोड़कर यहां आई पप्पी देवी को पूरा विश्वास है कि उसकी मां ठीक हो जाएगी। रैन बसेरे की देखभाल कर रही किरण सोनी बताती हैं कि पप्पी खुद तकलीफ उठाकर मां का उपचार करवा रही है।