संगठन के प्रदेशमंत्री रवि आचार्य ने बताया कि शिक्षकों के वेतन से कटौती करने, उपार्जित अवकाश के नगदीकरण पर रोक लगाने, मार्च माह के बकाया वेतन तथा महगाई भत्ते की मांग सहित विभिन्न मुददे आन्दोलन में उठाए जाएंगे। आचार्य ने बताया कि शिक्षकों द्वारा एक दिन का वेतन देने की घोषणा के बाद भी सरकार ने तीन से पांच दिन का वेतन भुगतान नही किया। इसके बावजूद शिक्षकों ने वेतन कटौती को स्वीकार किया।
लेकिन अब महामारी के आड़ में वेतन कटौती को सहन नहीं किया जाएगा। आचार्य ने बताया कि आन्दोलन के प्रथम चरण में सोमवार 7 सितम्बर को राज्य के प्रत्येक उपखंड अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री तथा मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजकर शिक्षकों को आहत करने वाले इस वेतन कटौती के कदम पर पुर्नविचार करने का आग्रह किया जाएगा।
वहीं द्वितीय चरण में 8 सितम्बर से 15 सितम्बर तक जिला उपखण्ड तहसील स्तर से व्यक्तिगत मेल के माध्यम से विरोध दर्ज करवाया जाएगा। तीसरे चरण में 10 सितम्बर को शिक्षक काली पट्टी बांधकर या काला मास्क पहन कर अपना रोष सरकार के समक्ष व्यक्त करेंगे।