वर्ष 1923 में बीकानेर नगर पालिका अधिनियम पारित कर म्युनिसिपल कमेटी का नाम बीकानेर म्युनिसिपल बोर्ड रखा गया। सदस्यों की संख्या 21 से बढ़ाकर 40 की गई। नगर निगम के पूर्व आयुक्त मौलाबक्श के अनुसार बीकानेर रियासत में आजादी से पहले छह नगर पालिकाएं कार्यरत थी। आजादी के बाद वर्ष 1982 में नगर पालिका भीनासर और गंगाशहर का विलय नगर परिषद बीकानेर में किया गया। वर्तमान में बीकानेर जिले में बीकानेर नगर निगम सहित तीन नगर पालिकाएं देशनोक, नोखा और श्रीडूंगरगढ़ कार्यरत है।
रियासतकाल में थी छह नगर पालिकाएं
बीकानेर रियासत के दौरान छह नगर पालिकाओं का गठन किया गया। रियासत में बीकानेर, गंगाशहर, भीनासर, नोखा, लूणकरनसर और नापासर में नगर पालिकाएं कार्यरत थी। गंगाशहर नगर पालिका वर्ष 1939 में, नापासर में नगर पालिका वर्ष 1941 में तथा नोखा, लूणकरनसर और भीनासर नगर पालिकाएं वर्ष 1942 – 43में गठित की गई। देशनोक में वर्ष 1959 में नगर पालिका गठित की गई। श्याम नारायण रंगा के अनुसार बीकानेर राज्य के भारतीय गणतंत्र में विलय से पूर्व बीकानेर म्युनिसिपल बोर्ड के अतिरिक्त राज्य में विभिन्न नगरों तथा कस्बों में 26 नगर पालिकाएं गठित थी।
वर्ष 1889 में बनी म्युनिसिपल कमेटी
बीकानेर रियासत में वर्ष 1889 में पहली बार म्युनिसिपल कमेटी का गठन किया गया। नगर निगम के पूर्व आयुक्त मौलाबक्श के अनुसार इस कमेटी में सभी अधिकारी-कर्मचारियों और कुछ गैर सरकारी नगारिकों को सम्मिलित किया गया। वर्ष 1917 तक यह कमेटी सरकारी विभाग की तरह कार्यरत रही। सर्वप्रथम वर्ष 1917 में म्युनिसिपल कमेटी को राज्य से अलग कर एक स्वायत्त कमेटी का स्वरूप प्रदान किया गया। कमेटी में सदस्यों की संख्या 21 रखी गई। सभी सदस्य राज्य की ओर से मनोनीत किए जाते थे।
98 वर्ष पहले बना बीकानेर म्युनिसिपल बोर्ड
वर्ष 1923 में बीकानेर नगर पालिका अधिनियम पारित कर म्युनिसिपल कमेटी का नाम बीकानेर म्युनिसिपल बोर्ड रखा गया। सदस्यों की संख्या भी 21 से बढ़ाकर 40 की गई। जिसमें 15 सदस्य मनोनीत तथा 25 सदस्य चुनाव के माध्यम से चयनित करने का प्रावधान रखा गया। अध्यक्ष राज्य की ओर से मनोनीत किया जाता था। बोर्ड को अधिक अधिकार एवं स्वायत्तता प्रदान की गई।
एक निगम, तीन नगर पालिकाएं
बीकानेर जिले में वर्तमान में एक नगर निगम सहित तीन नगर पालिकाएं कार्यरत है। बीकानेर नगर निगम के अतिरिक्त नगर पालिका नोखा, नगर पालिका देशनोक और नगर पालिका श्रीडूंगरगढ़ कार्यरत है। वर्ष 1982 में नगर पालिका भीनासर और गंगाशहर का विलय नगर परिषद बीकानेर में किया गया। जबकि बीकानेर म्युनिसिपल बोर्ड को देश की आजादी के बाद नगर परिषद का दर्जा मिला। वर्ष २००८ में नगर परिषद बीकानेर को राज्यादेश से नगर निगम बीकानेर का दर्जा दिया गया। लूणकरनसर और नापासर नगर पालिका का दर्जा समाप्त कर दिया गया।
पहले तीन वर्ष अब पांच साल का कार्यकाल
देश की आजादी के बाद नगर पालिका बोर्ड का कार्यकाल तीन वर्ष का था। वर्ष १९९४ से कार्यकाल को तीन वर्ष से बढ़ाकर पांच वर्ष किया गया। वर्तमान में स्थानीय निकाय का कार्यकाल पांच वर्ष का रखा गया है।