एक बार उप महापौर की कुर्सी तक पहुंचे विपक्षी पार्षदों ने उप महापौर के आगे रखे माइक को ही उठा लिया और नारेबाजी करनी शुरू कर दी। सत्तारूढ भाजपा के भी कई पार्षद यहां आ गए और पक्ष-विपक्ष के पार्षदों के बीच धक्का मुक्की और अफरा-तफरा का माहौल हो गया। महापौर ने १५ मिनट के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया। आयुक्त, उपायुक्त सहित कई अधिकारी अपनी कुर्सियों से उठकर दूसरी ओर चले गए। माइक को लेकर आपस में हुई बहस के दौरान माइक टूट गया। एक कांग्रेस पार्षद ने अधिकारियों की टेबल को बजाकर विरोध दर्ज करवाया।
जनसमस्याओं पर चर्चा नहीं करवाने पर कांग्रेस का विरोध नगर निगम की बजट बैठक के दौरान कांग्रेस पार्षद शहर की जनसमस्याओं पर सदन में चर्चा करवाने की मांग महापौर से करते रहे। इस दौरान कांग्रेस पार्षद शिवशंकर बिस्सा, जावेद पडि़हार, आनन्द सिंह सोढ़ा, चेतना चौधरी, प्रफुल्ल हटीला, मनोज नायक सहित कई पार्षद इस मांग पर अडे रहे। इस दौरान पार्षदों की महापौर से बहस भी हुई। कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि वर्तमान बोर्ड गठन के बाद अब तक एक बार भी शहर की जनसमस्याओं पर सदन में चर्चा नहीं हुई है। आमजन परेशान है। समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। सदन में चर्चा करवाई जाए। लेकिन महापौर ने बजट बैठक का हवाला दिया। इससे पहले कांग्रेस पार्षदों ने माइक नहीं देने पर भी विरोध दर्ज करवाया।
कोरोना का बहाना निगम की बजट सभा के दौरान कांग्रेस के कई पार्षदों ने बजट में प्रावधान होने के बाद भी कई मदों में आय और व्यय नहीं होने का मुद्दा बजट चर्चा के दौरान उठाया। कई कांग्रेस पार्षदों ने भूमि विक्रय से आय नहीं होने, यूआईटी से पैसा नहीं आने, पिछले बजट में निगम के नए भवन का प्रावधान होने के बाद भी अब तक काम शुरू नहीं होने सहित कई मुद्दों पर महापौर को घेरा। महापौर सुशीला कंवर ने आय और व्यय के कम होने अथवा काम शुरू नहीं होने को लेकर हर बार कोरोना के कारण लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होने की बात कही।
७३ पार्षद रहे मौजूद नगर निगम की बजट बैठक के दौरान निगम के ८० पार्षदों में ७३ पार्षद सभा के दौरान मौजूद रहे। निगम जानकारी अनुसार भाजपा के ३८, कांग्रेस के २४, बसपा का एक और १० निर्दलीय पार्षद उपस्थित रहे। कांग्रेस के ०६ और ०१ निर्दलीय पार्षद अनुपस्थित रहा।
ये रहे मौजूद नगर निगम की साधारण सभा के दौरान निगम आयुक्त एएच गौरी, उपायुक्त पंकज शर्मा, मु य लेखाधिकारी गोपाल शर्मा, एटीपी मामराज चौधरी, उप विधि परामर्शी नटवर लाल आचार्य, अधीक्षण अभियंता ललित ओझा, एक्सईएन संजय ठोलिया, पवन बंसल सहित निगम अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।