घरों में पानी की मटकियों पर नाग देवता की अनुकृति चित्रित कर बाजरी, मोठ, श्रीफल और विविध पूजन सामग्रियों से देवता का पूजन किया जाएगा। इस दौरान शिव मंदिरों में विशेष पूजन-अनुष्ठान होंगे। पंचांगकर्ता पंडित राजेन्द्र किराडू के अनुसार जिन लोगों की जन्म कुण्डली में कालसर्प योग है, वो नागपंचमी के दिन नाग देवता और भगवान शिव का पूजन करेंगे। इससे दोष का निवारण हो सकता है।
बने पकवान: नागापंचमी पर बासोड़ा (बासी) भोजन प्रसाद स्वरूप ग्रहण करने की परम्परा के अनुसार बुधवार को घर-घर में विविध पकवान बनाए गए। महिलाओं ने बाजरा, मोठ, बेसन आदि से कई तरह के पकवान बनाए। जिन्हें गुरुवार को नागदेवता के
पूजन के बाद प्रसाद स्वरूप ग्रहण किया जाएगा।
औसतन रोज एक व्यक्ति को काट रहा सांप
बीकानेर. नागपंचमी पर जहां घर-घर में नागदेवता का पूजन होगा। उधर, जिले में शहर से गांवों तक औसतन हर रोज एक व्यक्ति को सांप काट रहा है। स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के अनुसार जिले में इस साल जनवरी से अब तक सांप काटने की २०१ घटनाएं सामने आ चुकी है। सर्पदंश से घायल हुए ये व्यक्ति विभिन्न अस्पतालों में पहुंचे हैं। वहीं पीबीएम अस्पताल की जानकारी के अनुसार सांप काटने से दो लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
इस साल अब तक सांप काटने के सर्वाधिक १४७ मामले पीबीएम अस्पताल में आए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में श्रीकोलायत ब्लॉक में सांप काटने की ४४ घटनाएं हुई हैं। लूणकरणसर ब्लॉक में ६, श्रीडूंगरगढ़ ब्लॉक में ३ और खाजूवाला ब्लॉक में एक व्यक्ति को सांप ने काटा है। जानकारों की माने तो सांप काटने की घटनाएं इससे कहीं अधिक है।
वर्ष सर्पदंश की घटनाएं
२०१६ २७४
२०१७ ३७७
२०१८ (जुलाई तक) २०१
जुलाई में सर्वाधिक घटनाएं
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में इस साल जुलाई में लोगों को सांप ने अधिक काटा। जुलाई में ८१ लोग सांप काटने के कारण उपचार के लिए अस्पतालों में पहुंचे। वहीं जून में ४९, अप्रेल में २६, मई में २४, मार्च में १९ और जनवरी में दो लोगों को सांप ने काटा। इस साल फरवरी में एक भी व्यक्ति को सांप ने नहीं काटा है।