बीकानेर: नापासर में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को लेकर बैठे अनशन पर
Napsar Community Health Center problem : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में छ में से दो ही चिकित्सक; नापासर संघर्ष समिति ने उठाया मुद्दा

बीकानेर. नापासर. कस्बे सहित आस-पास के दर्जनों गांवों के लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बना नापासर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वर्तमान में मात्र दो चिकित्सको के भरोसे चल रहा है, जिससे अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं व संचालन सेवाएं गड़बड़ाई हुई है। ग़ौरतलब है कि इस सीएचसी में सभी रिक्त पदों पर कभी भी चिकित्सक पुरे नहीं लगाए गए।
वहीं स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ का पद तो 6-7 सालों से रिक्त चल रहा है जिससे महिला मरीजों को अस्पताल से कोई स्वास्थ्य सुविधाएं नही मिल रही है। अस्पताल में औसतन 400-450 मरीजों का आउटडोर रहता है। कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की मांग को लेकर नापासर संघर्ष समिति के बैनर तले कस्बेवासियों ने अनशन व धरना शुरू किया है। संयोजक रामरतन सुथार ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर लंबे समय से चिकित्सकों की कमी चल रही है। अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन की सख्त आवश्यकता है। चिकित्सकों के पद भरने, महिला चिकित्सक लगाने व सोनोग्राफी मशीन की मांग को लेकर बार-बार सीएमएचओ व प्रशासन को अवगत करवाया जा चुका है लेकिन सुनवाई नही हुई जिससे मजबूरन धरना प्रदर्शन व अनशन शुरू किया है।
जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाती आंदोलन जारी रहेगा। धरना स्थल पर पंचायत समिति सदस्य अनुराधा पारीक, वार्ड पंच मंजूदेवी झंवर, रामरतन सुथार, अशोक मूंधड़ा, गजानंद पारीक, विक्रम सिंह, प्रेमरतन सारस्वत, मुकेश सुथार, लालचंद आसोपा सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
चिकित्सकों की नियुक्ति का काम राज्यस्तर पर होता है। हमारे हाथ में नही हंै। अस्पताल में दो चिकित्सक सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा एक आयुर्वेद चिकित्सक व एक डेंटिस्ट लगाया हुआ है। प्रत्येक जिले में चिकित्सकों की कमी चल रही है फिर भी सरकार को अवगत करवाकर प्रयास किए जाएंगे।
देवेन्द्र चौधरी, सीएमएचओ, बीकानेर
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