सीआई विष्णुदत्त बिश्नोई ने बताया कि काशीराम का बड़ा भाई सहीराम (40) अपने भूआ के लड़के बींजाराम के साथ गुरुवार सुबह रोही गया। इस दरम्यिान श्योनारायण, हजारीराम, हेतराम व रामनिवास पुत्र मामराज मेघवाल एवं एक अन्य व्यक्ति ने लाठी, कुल्हाड़ी, चौसंगी व जेई से सहीराम पर हमला कर दिया, जिससे उसके गंभीर चोटें आई और मौके पर ही उसका दम टूट गया। वारदात को अंजाम देकर आरोपित फरार हो गए।
एक आरोपित की छह दिन पहले ही शादी
हत्या के मामले में आरोपित एक युवक की छह दिन पूर्व ही शादी हुई है। सीआई ने बताया कि आरोपित रामनिवास की 29 मई को शादी हुई थी। शादी वाले दिन जब बारात निकली थी तब भी आपस में पत्थरबाजी हुई थी।
हत्या के मामले में आरोपित एक युवक की छह दिन पूर्व ही शादी हुई है। सीआई ने बताया कि आरोपित रामनिवास की 29 मई को शादी हुई थी। शादी वाले दिन जब बारात निकली थी तब भी आपस में पत्थरबाजी हुई थी।
चार जने गिरफ्तार
सीआई ने बताया कि रामराज का बेटा श्योनरायण, हजारीराम, रामनिवास एवं हेतराम पुत्र बागाराम अपने चाचा सहीराम की हत्या करने के बाद पैदल ही गांव से भाग छूटे। पुलिस वहां पहुंची और उनके पैरों की निशानदेही पर उनकी तलाश शुरू की। पुलिस जवानों ने करीब 15 किलोमीटर तक धोरों ने पैदल ही उनका पीछा किया। आखिरकार गुंसाईसर की रोही में चारों आरोपितों को दबोच लिया गया।
सीआई ने बताया कि रामराज का बेटा श्योनरायण, हजारीराम, रामनिवास एवं हेतराम पुत्र बागाराम अपने चाचा सहीराम की हत्या करने के बाद पैदल ही गांव से भाग छूटे। पुलिस वहां पहुंची और उनके पैरों की निशानदेही पर उनकी तलाश शुरू की। पुलिस जवानों ने करीब 15 किलोमीटर तक धोरों ने पैदल ही उनका पीछा किया। आखिरकार गुंसाईसर की रोही में चारों आरोपितों को दबोच लिया गया।
हत्या की वजह आपसी विवाद
सीआई ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में पता चला है कि मृतक के भाई बागाराम के पुत्र हेतराम को उसके पत्नी के भाई की लड़की ब्याही हुई है। जिसे हेतराम ने छोड़ दिया और उसे साथ नहीं रखता। इस बात को लेकर भाई-भतीजों में विवाद चल रहा था। इसी रंजिश के चलते इन्होंने सहीराम की हत्या कर दी। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
सीआई ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में पता चला है कि मृतक के भाई बागाराम के पुत्र हेतराम को उसके पत्नी के भाई की लड़की ब्याही हुई है। जिसे हेतराम ने छोड़ दिया और उसे साथ नहीं रखता। इस बात को लेकर भाई-भतीजों में विवाद चल रहा था। इसी रंजिश के चलते इन्होंने सहीराम की हत्या कर दी। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।