रूठे लोगों को मनाने का भी कर रहे प्रयास
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायतों में सरपंच का चुनाव लडऩे वाले अपनी किस्मत आजमाने के लिए इन दिनों मतदाताओं को रिझाने में लगे हैं। घर-घर जाकर मतदाताओं से जनसंपर्क कर रहे हैं तो रूठे लोगों को मनाने का भी प्रयास कर रहे हैं। जातिगत समीकरणों के हिसाब से किसी को बैठाने का प्रयास किया जा रहा है, तो किसी को खड़ा कर चुनाव भी लड़ाया जा रहा है। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही तस्वीर भी साफ हो जाएगी।
खर्च की सीमा बढ़ाई
राज्य निर्वाचन आयोग ने सरपंचों के चुनाव की खर्च सीमा भी बढ़ा दी है। वर्ष २०१४ के चुनाव में सरपंच पद के प्रत्याशी महज २० हजार रुपए ही खर्च कर सकते थे। इस बार बढ़ाकर ५० हजार रुपए कर दिया गया है। सरपंच पद प्रत्याशी को १५ दिवस में निर्वाचन विभाग को चुनावी खर्च का ब्यौरा प्रस्तुत करना होगा।
नामांकन-पत्र तैयार कराने के लिए रही भीड़
सरपंच व पंच पद के लिए चुनाव लडऩे वाले लोगों की मंगलवार को तहसील परिसर में दिनभर भीड़ नजर आई। कुछ लोग ने वकीलों के पास अपना नोमिनेशन फार्म तैयार कराया, तो कुछ ने दस्तावेज तैयार कराए। वहीं संबंधित क्षेत्र के नेताओं से लोग चुनावी माहौल पर चर्चा भी करते दिखाई दिए।
आज होंगे नामांकन
श्रीडूंगरगढ़. इस पंचायत समिति के अधीन 53 ग्राम पंचायतों में सरपंच व पंच पद के लिए बुधवार को नामांकन भरे जाएंगे। पिछले कई दिनों से सम्भावित सरपंच उम्मीद्वार घर घर जाकर अपने पक्ष में माहौल बना रहे है। कुछ जगह ग्रामीण खुद ही सरपंच का नाम घोषित कर उम्मीद्वारी तय कर रहे है। सबसे अधिक माथापच्ची सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित पंचायतों को लेकर चल रही है।