इस कारण इन बीपीएल चयनित परिवारों को इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के हेमेरां ग्राम पंचायत में करीब 485 परिवार बीपीएल चयनित हैं लेकिन योजना की सूची में कनेक्शन के लिए 125 परिवारों के ही नाम आए हैं। ग्राम पंचायत शेरेरां में करीब 637 चयनित परिवार हैं लेकिन उज्ज्वला योजना की सूची में 142 परिवारों के ही नाम हैं। इसी प्रकार रुणिया बड़ाबास ग्राम पंचायत में 174 परिवार चयनित हैं लेकिन उज्ज्वला योजना की सूची में 94 नाम ही है।
यही हाल अन्य गांवों में भी है। इससे गरीब चयनित परिवार भटकने को मजबूर हैं लेकिन उनको यह बताने वाला कोई नहीं हैं कि उनके नाम सूची में क्यों नहीं हैं। जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना की सूची सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के अनुसार तैयारी की है। इसमें विसंगतियां व त्रुटियां हैं। इस सूची में अधिकांश संपन्न लोगों के नाम शामिल है।
रुणिया बड़ा बास सरपंच प्रतिनिधि दुर्गाप्रसाद सारस्वत ने बताया कि उज्जवला योजना की सूची में सामाजिक आर्थिक जनगणना के अनुसार एक ही परिवार के 5 से 6 नाम सूची में शामिल कर दिए है जबकि गरीब बीपीएल परिवार जो वास्तविक हक़दार है। उसका नाम सूची में नहीं हैं। हेमेरां सरपंच तोलाराम जांगू व शेरेरां सरपंच परमेश्वर सारस्वत ने बताया की वंचित गरीब लोगों के नाम भी सूची में शमिल किया जाए। सभी बीपीएल परिवारों के नाम उज्ज्वला योजना की सूची में शामिल कर गरीबों को भी नि:शुल्क गैस कनेक्शन दिया जाए।