scriptअब वीडियो कॉल से कर सकेंगे बंदी अपने परिजनों से मुलाकात | Now prisoners will be able to meet their family members through video | Patrika News

अब वीडियो कॉल से कर सकेंगे बंदी अपने परिजनों से मुलाकात

locationबीकानेरPublished: Apr 03, 2020 10:26:45 am

Submitted by:

Jai Prakash Gahlot

जेलों में पहली बार वीडियो कॉलेज की सुविधा

अब वीडियो कॉल से कर सकेंगे बंदी अपने परिजनों  से मुलाकात

अब वीडियो कॉल से कर सकेंगे बंदी अपने परिजनों से मुलाकात

बीकानेर। लॉकडाउन के कारण पिछले १२ दिनों से प्रदेश के जेलों बंद बंदियों से परिजनों की मुलाकात नहीं हो रही है। लॉकडाउन में आवागमन के साधन बंद है तो प्रशासन लोगों को घरों से बाहर निकलने पर रोक लगा रखी है। ऐसे परिजन बंदियों से मुलाकात नहीं कर पा रहे। सरकार ने इसका अब विकल्प तलाश लिया है। जेल विभाग ने बंदियों की परिजनों से मुलाकात कराने के लिए वीडियो कॉले का बेहतरीन विकल्प खोज निकाला है। गुरुवार से प्रदेशभर की जेलों में यह सुविधा शुरू भी कर दी गई। बीकानेर केन्द्रीय कारागार में बुधवार को ट्रायल कर लिया। गुरुवार को दो बंदियों की वीडियो कॉलिंग से मुलाकात भी करवा दी।
आदेश जारी, व्यवस्था लागू
राजस्थान कारागार विभाग करीब एक साल से बंदियों की परिजनों से मूलाकात वीडियो कॉल के मार्फत कराने पर काम कर रहा था। अब सभी व्यवस्थाएं होने पर सरकार ने आदेश जारी कर प्रदेश की सभी जेलों के मुखिया को व्यवस्था लागू करने के लिए आदेशित कर दिया। गुरुवार से प्रदेश की जेलों में यह व्यवस्था चालू भी हो गई। जेल प्रशासन ने कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउनन के मद्देनजर वीडियो कॉल की व्यवस्था लागू की है। जयपुर जेल आईजी विक्रमसिंह करणावत ने बताया कि फिलहाल यह योजना जयपुर के अलावा राजय की नौ केन्द्रीय कारागार में शुरू की गई है। यहां सफल होने पर आगामी दिनों में प्रदेश की सभी जेलों में शुरू करेंगे।

एनआईसी के तकनीकी सहयोग से ऑपरेशन संजय व ऑपरेशन खाका के माध्यम से तीन महीने में आधारभूत सरंचना और करीब डेढ़- दो लाख बंदियों का डाटा बेस तैयार किया गया। इसके बाद इस योजना को अमलीजामा पहनाया गया है। प्रदेश की जेलों में करीब १८-१९ हजार बंदी है। इन बंदियों से हर माह करीब एक बंदी से १०-१२ व्यक्ति मिलने आते हैं। वीडियो कॉल की सुविधा शुरू होने से लाख-डेढ़ लाख लोगों को लाभ होगा।

यह व्यवस्था बेहद सुरक्षित
जेल मुख्यालय काफी समय से वीडियो कॉल से बंदी-परिजन मूलाकात पर काम कर रहा था, जिसमें उसे अब सफलता मिली है। यह व्यवस्था बेहद सुरक्षित है। इसके तहत जेल में परिजनों का आना-जाना कम होगा। अक्सर जेल में बंदियों से मिलने आने वाले किसी न किसी बहाने प्रतिबंधित सामग्री मुहैया करा जाते हैं, जिससे जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े होते हैं।

इस तरह से कर सकेंगे मुलाकात
– ई-मूलाकात में सशरीर मुलाकात और विडियो कॉल के लिए आनलाइन समय लेना होगा।
– वीडियो कॉल के लिए बंदी के मुलकारी के रूप में पंजीकृत व्यक्ति जेल विभाग की साइट पर जाकर ई-मुलाकात के लिए आवेदन कर सकेगा।
– मुलाकात तय होने पर उसके ईमेल पर एक लिंक, कॉल का समय और पिन आएगा।
– तय समय पर मुलाकाती को लिंक पर जाकर पिन और नाम डालने पर वीडियो कॉल शुरू हो जाएगी।

अब सातों दिन करा सकेंगे मूलाकात
बीकानेर जेल में वीडियो कॉल के मार्फत बंदियों की परिजनों से मूलाकात का काम शुरू करवा दिया गया। चार बंदियों के परिजनों ने मुलाकात के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। गुरुवार को दो बंदियों की मूलाकात कराई गई। अब तक जेल में बंदियों से फिजिकल मुलाकात मंगलवार से शनिवार तक कराई जाती थी लेकिन अब सातों दिन मुलाकात कराई जा सकेंगी।
परमजीतसिंह सिद्धू, जेल अधीक्षक बीकानेर।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो