कॉलोनी में खुली पड़ी जमीन पर जगह-जगह कंटीले कीकर के पेड़ और जगह-जगह गोबर के ढेर लगे हुए है। जबकि इसी कॉलोनी में व्यावसायिक भूखंड भी निर्धारित किए हुए है, जिनमें से अधिकतर की बिक्री न्यास अब तक नहीं कर पाया है। न्यास की ओर से इस कॉलोनी क्षेत्र में अब तक विकास के नाम पर केवल एक बार कच्ची सडक़े बनाने का काम किया गया है। पक्की सडक़े अब तक नहीं बन पाई है।
125 आवासीय और व्यावसायिक भूखंड
दिसम्बर 2011 में स्वीकृत हुई न्यास की एनआरआई कॉलोनी में आवासीय और व्यावसायिक दोनों प्रवृत्ति के भूखंड है। न्यास अधिकारियों के अनुसार योजना क्षेत्र की इस कॉलोनी में 46 आवासीय भूखंड है। इनमें से 42 की बिक्री हो चुकी है। 04 भूखंड की और बिक्री होनी है। जबकि व्यावसायिक प्रवृत्ति के 77 भूखंडों की बिक्री होनी है। इनमें अस्पताल, होटल, पेट्रोल पम्प, कम्युनिटी फेसिलिटी, कम्युनिटी पार्किंग, दुकानें और शोरूम के लिए स्थान निर्धारित है।
10 लाख 87 हजार वर्ग फीट क्षेत्र
न्यास अधिकारियों के अनुसार एनआरआई कॉलोनी का क्षेत्रफल 10 लाख 87 हजार स्क्वायर फीट से अधिक है। इनमें करीब 33 प्रतिशत एरिया सडक़ों और सर्किल आदि के लिए है। जबकि 24 प्रतिशत हिस्से में आवासीय भूखंड है। 14.31 प्रतिशत हिस्सा व्यावसायिक उपयोग के लिए रिजर्व है। पार्क और ओपन स्पेस 14.21 प्रतिशत हिस्से में है। करीब दस प्रतिशत जमीन अन्य उपयोग के लिए छोड़ी हुई है।
सुविधाओं की करते रहे मांग
राजस्थान के अप्रवासी भारतीय जो अन्य देशों में निवास कर रहे है और न्यास की इस कॉलोनी में भूखंड खरीदे हुए है वर्षो से इस कॉलोनी में मूलभूत सुविधाओं की मांग करते रहे है। कई बार भूखंड मालिकों की ओर से न्यास को पत्र लिखकर और मौखिक रूप से इस कॉलोनी में सडके, पानी और अन्य सुविधाओं की मांग की गई है।
बनेंगी सडक़ें व दो नलकूप
एनआरआई कॉलोनी में न्यास अब दो नलकूप और कुछ डामर की सडक़ों का निर्माण करवाएगा। न्यास अधिकारियों के अनुसार न्यास अध्यक्ष व जिला कलक्टर ने हाल ही में इसके लिए निर्देश दिए है। सडक़ों के निर्माण के लिए टेण्डर किया गया है, जबकि नलकूप के लिए एस्टीमेट तैयार किया गया है।