डॉ. नाहटा ने बताया कि माइट्रल वॉल्व सिकुड़े हुए मरीज के फेफड़ों में खून का दबाब बहुत ज्यादा था। वह 10 वर्षों से इस बीमारी से पीडि़त था। इस मरीज का माइट्रल वॉल्व बदला गया। मरीज की भर्ती के समय हालत गंभीर थी। इस पर सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ आचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल शर्मा एवं एसपी मेडिकल कॉलेज बीकानेर के सीटीवीएस सर्जन डॉ. जयकिशन सुथार के नेतृत्व में ऑपरेशन किया गया।
ऑपरेशन में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के डॉ. सुनील दीक्षित, डॉ. अधोक्षक जोशी, पवित्र चौहान, पैरामेडिकल स्टाफ कमलेश, भगवान पुरी एसपी मेडिकल कॉलेज के हृदय रोग विभाग के सह आचार्य डॉ. दिनेश चौधरी, मेडिसिन सह आचार्य डॉ, देवेन्द्र अग्रवाल, ऐनेस्थिसिया विभागाध्यक्ष डॉ. कांता भाटी, डॉ. सोनल आचार्य, डॉ. सुमित व डॉ. सुमन चौधरी ने सहयोग किया।
अभी अस्थायी चिकित्सक लगाया
डॉ. सुथार ने बताया कि अब हल्दीराम मूलचंद हॉस्पिटल में हार्ट, फेफड़े ओर खून की नसों की सर्जरी, डायलिसिस के मरीजों के लिए फिस्टूला की सर्जरी का लाभ मरीजों को मिल सकेगा। प्राचार्य डॉ. एचएस कुमार ने बताया कि ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा शुरू होने में हल्दीराम मूलचन्द चेरिटेबल ट्रस्ट, सेंटर के चिकित्सकों के साथ ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला का विशेष सहयोग रहा। अभी अस्थायी तौर पर डॉ. जयकिशन सुथार को लगाया गया है।
और करेंगे विकास
हार्ट हॉस्पिटल में सर्जन की नियुक्ति कराई गई है। अब यहां ओपन हार्ट सर्जरी भी होने लगी है, जिससे मरीजों को दूसरे शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। हल्दीराम मूलचंद हार्ट हॉस्पिटल को और अधिक विकसित किया जाएगा। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
डॉ. बीडी कल्ला, ऊर्जा मंत्री