उसने रिपोर्ट में बताया कि ढींगसरी निवासी दिनेश चौधरी पुत्र ईश्वराम, केशुराम पुत्र मुन्नाराम तथा पांचू निवासी कैलाश पुत्र डूंगरराम ने सोशल मीडिया पर फिल्म पद्मावती को लेकर रानी पद्मावती के बारे में अश्लील और अपमानजनक कमेंट्स वायरल किए हैं, जिससे भावनाएं आहत हुई हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फि ल्म को गलत ढंग से बनाया फिल्म पद्मावती के विरोध में सर्व समाज की बैठक बुधवार को सादुलगंज स्थित बाबा रामदेव मंदिर में हुई। इसमें 17 नवंबर को सुबह 11 बजे कलक्टर परिसर का घेराव करने और कलेक्टर को ज्ञापन देने का निर्णय किया गया। बैठक में युवा नेता दुर्गा सिंह ने कहा कि भंसाली ने फि ल्म को गलत ढंग से बनाया है और इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।
इसके विरोध में १७ नवंबर को कलेक्टर परिसर का घेराव किया जाएगा। बैठक में पूर्व क्षेत्र संयोजक रघुवीर सिंह सिसोदिया, विक्रम सिंह सिसोदिया, भंवर सिंह सिसोदिया, भवानी सिंह सिसोदिया, रतन नाथ, विक्रम सिंह, राजवीर सिंह राठौड़, सतपाल सिंह जोधा आदि शामिल हुए।
फिल्म पर रोक लगाने की मांग
प्रान्तीय राजपूत सभा की ओर से फिल्म ‘पद्मावती’ पर रोक लगाने की मांग की गई है। सभा के एक प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार को जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर बताया कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को गलत रूप से पेश कर रानी पद्मावती के जीवन चित्रण को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
प्रान्तीय राजपूत सभा की ओर से फिल्म ‘पद्मावती’ पर रोक लगाने की मांग की गई है। सभा के एक प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार को जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर बताया कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को गलत रूप से पेश कर रानी पद्मावती के जीवन चित्रण को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
अध्यक्ष देवी सिंह बडगूजर के अनुसार बहू-बेटियों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के साथ खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रतिनिधि मंडल में आनन्द सिंह भाटी, नरेन्द्र सिंह भाटी, गजेन्द्र सिंह सांखला, उम्मेद सिंह सोलंकी, उम्मेद सिंह चौहान, मोहन सिंह पडि़हार, संतोष सिंह सोलंकी, गणेश सिंह भाटी आदि समाज के लोग उपस्थित थे।