इन वार्डों को करा रहे खाली
पीबीएम अस्पताल के मर्दाना ब्लॉक के ए, बी, सी, डी, इ, एफ, एच, आई, एक्स, वाई, जेड वार्ड को खाली कराया जा रहा है। इन वार्डों में भर्ती मरीजों को मानसिक रोग, जिरियाट्रिक एवं यूरोलॉजी अस्पताल में शिफ्ट कराया जा रहा है। एक वार्ड में करीब 40 बैड की व्यवस्था हैं। इस लिहाज से 400 बैड की व्यवस्था कर ली गई है।
पीबीएम अस्पताल के मर्दाना ब्लॉक के ए, बी, सी, डी, इ, एफ, एच, आई, एक्स, वाई, जेड वार्ड को खाली कराया जा रहा है। इन वार्डों में भर्ती मरीजों को मानसिक रोग, जिरियाट्रिक एवं यूरोलॉजी अस्पताल में शिफ्ट कराया जा रहा है। एक वार्ड में करीब 40 बैड की व्यवस्था हैं। इस लिहाज से 400 बैड की व्यवस्था कर ली गई है।
सरकार का आदेश एक हजार बैड की करें व्यवस्था
एसपी मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. एलए गौरी ने बताया कि सरकार ने एक हजार बैड की व्यवस्था करने के आदेश दिए है। अभी तक पीबीएम मर्दाना ब्लॉक के ११ वार्डों को खाली करा रहे हैं। इसके अलावा अन्य वार्डों को भी खाली कराया जाएगा। सुपरस्पेशलयिटी ब्लॉक को भी कोविड अस्पताल बनाया हुआ है।
एसपी मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. एलए गौरी ने बताया कि सरकार ने एक हजार बैड की व्यवस्था करने के आदेश दिए है। अभी तक पीबीएम मर्दाना ब्लॉक के ११ वार्डों को खाली करा रहे हैं। इसके अलावा अन्य वार्डों को भी खाली कराया जाएगा। सुपरस्पेशलयिटी ब्लॉक को भी कोविड अस्पताल बनाया हुआ है।
चूरू के बाद बीकानेर में यह व्यवस्था
डॉ. गौरी ने बताया कि चूरू में मरीज पॉजीटिव आने के बाद सरकार ने यह बड़ा फैसला किया है। चिकित्सकों को अलर्ट कर दिया गया है। सुरक्षा उपकरण, दवाइयां सहित अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली गई है। कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों का उपचार करने के लिए सुरक्षात्मक उपकरणों व जरूरी सामानों की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। सात चिकित्सकों की
स्पेशल टीम बनाई गई है, जिन्हें कोरोना से संबंधित मरीजों का पूरा रिकॉर्ड रखेंगे और कॉलेज व अस्पताल प्रशासन को अवगत कराएंगे। कॉलेज प्रशासन के माध्यम से सरकार को कोरोना मरीजों की रिपोर्ट भेजी जाएगी।
डॉ. गौरी ने बताया कि चूरू में मरीज पॉजीटिव आने के बाद सरकार ने यह बड़ा फैसला किया है। चिकित्सकों को अलर्ट कर दिया गया है। सुरक्षा उपकरण, दवाइयां सहित अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली गई है। कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों का उपचार करने के लिए सुरक्षात्मक उपकरणों व जरूरी सामानों की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। सात चिकित्सकों की
स्पेशल टीम बनाई गई है, जिन्हें कोरोना से संबंधित मरीजों का पूरा रिकॉर्ड रखेंगे और कॉलेज व अस्पताल प्रशासन को अवगत कराएंगे। कॉलेज प्रशासन के माध्यम से सरकार को कोरोना मरीजों की रिपोर्ट भेजी जाएगी।
पीबीएम में 2400 बैड़ की क्षमता
वार्ड करीब 90 से 100
मर्दाना, जनाना, शिशु, कैंसर, ईएनटी, यूरोलॉजी, ट्रोमा में तीन, कार्डियोलॉजी, सुपरस्पेशलयिटी में दो ऑपरेशन थियेटर।
ओपीडी नौ हजार आम दिनों में
वर्तमान में ओपीडी महज 400