इस दौरान
स्वच्छ भारत अभियान , प्रधानमंत्री जन आवास योजना सहित आरयूआईडीपी के
तृतीय चरण के तहत किए जाने वाले शहरी क्षेत्रीय सुधारों पर चर्चा की गई। इसमें केन्द्र और राज्य सरकार की शहरी विकास योजनाओं के सफल क्रियान्वयन पर बल दिया गया।
स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक पवन अरोड़ा ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 में राजस्थान की रैंकिंग सुधारने पर जोर दिया। उन्होंने स्थानीय निकायों के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों से स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्यों को 31 दिसम्बर से पहले पूरा करने को कहा। अरोड़ा ने स्थानीय निकायों से विभिन्न क्षेत्रों में हो रही बेस्ट प्रैक्टिसेज अपनाने को कहा।
सेन्टर फॉर अरबन गवर्नेंस, एचसीएम रीपा जयपुर के प्रमुख पुरुषोत्तम बियानी ने कार्यशाला के उद्देश्य बताए। आरयूआईडीपी के मुख्य अभियंता अखिल जैन ने परियोजना के विभिन्न चरणों के कार्यों की जानकारी दी। विषय विशेषज्ञों ने दी जानकारी
कार्यशाला में शहरी सुधारों के लिए उठाए गए कदमों तथा परियोजना व स्थानीय निकायों के बीच समन्वय पर चर्चा की गई। स्वच्छ सर्वेक्षण पर प्रस्तुतिकरण देते हुए विषय विशेषज्ञोंं ने जानकारी दी। कार्यशाला में महापौर नारायण चोपड़ा,
उप महापौर अशोक आचार्य, निगम आयुक्त निकया गोहाएन, उपायुक्त ताज मोहम्मद व राष्ट्रदीप यादव, आरयूआईडीपी के अधीक्षण अभियन्ता कृष्णकुमार नाटानी, एमआर मीना,
दिलीप कुमार गौड़, डीके मित्तल सहित संभाग के शहरी निकायों के सभापति, उप सभापति, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पार्षद, आयुक्त, कार्यकारी अधिकारी, राजस्व अधिकारी एवं अभियंताओं ने भाग लिया।
‘उन्नत तकनीक से दोगुनी आय’ को लाभकारी बताया
भाकृअनुप- केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, बीकानेर के तत्वावधान में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित 21 दिवसीय शीतकालीन प्रशिक्षण ‘शुष्क क्षेत्रीय फल एवं सब्जियों में उन्नत तकनीक द्वारा दोगुनी आय’ का शुक्रवार को समापन हुआ। संस्थान के निदेशक प्रो. पी. एल. सरोज ने इस प्रशिक्षण के बारे प्रतिक्रिया जानी और प्रश्न पूछे। प्रशिक्षणार्थियों ने इसे उपयोगी और लाभकारी बताया।