इससे कई फुट चौड़ी सडक़े संकरी होकर महज कुछ फुट तक ही रह पाती है, इससे बार-बार जाम की स्थिति बनी रहती है। जिला प्रशासन, पुलिस और यातायात विभाग तथा नगर निगम प्रशासन को इसकी जानकारी होने के बाद भी इस समस्या के समाधान को लेकर गंभीर प्रयास नजर नहीं आ रहे है। शहर में कई बाजार और मुख्य मार्ग है जो सडक़ों पर वाहनों के खड़े रहने की समस्या से जूझ रहे है। इसका हल न दुकानदारों और व्यापारियों को नजर आ रहा है और ना ही आमजन को इस समस्या से राहत मिल पा रही है।
कागजों में दबे पार्किंग के निर्णय
कोटगेट से सार्दुल सिंह सर्किल तक दुपहिया वाहनों की समस्या के समाधान के लिए कई बार दुपहिया वाहनों की पार्किंग को लेकर जिला प्रशासन के निर्णय भी सामने आए। लेकिन उन पर अमल अब तक नहीं हो पाया है। पूर्व जिला कलक्टर के कार्यकाल के दौरान एक बार रतन बिहारी पार्क परिसर में मल्टी स्टोरी पार्किंग की बात उठी। लेकिन धरातल पर अब तक कुछ नहीं हो पाया है। हालांकि पुराना बस स्टैण्ड जूनागढ व रतन बिहारी पार्क परिसर में वाहन पार्किंग स्थल बने हुए है, लेकिन दुपहिया वाहन यहां कम ही नजर आ रहे है।
दुकानों के आगे सामान, विज्ञापन बोर्ड फिर वाहन
केईएम रोड पर दुकानों के आगे वाहनों के खड़े रहने से लोग अधिक परेशान हो रहे है। कई दुकानों के आगे फुटपाथ पर पहले दुकानों का सामान पड़ा रहता है। फिर दुकान के विज्ञापन बोर्ड तथा दुकान में आने-जाने के लिए लोहे की जाली लगी रहती है। इसके बाद दुपहिया वाहन खड़े रहते है। इससे इस रोड पर एक तरफ करीब दस फुट तक और दोनो तरफ करीब बीस फुट तक की सडक़ यातायात के काम नहीं आ रही है। कई स्थानों पर तो सफेद पट्टी से बाहर तक सडक़ के मध्य तक दुपहिया वाहन खड़े रहते है। न यातायात विभाग गौर कर रहा है ना ही दुकानदार। लोग परेशान होते रहते है।
स्थान चिह्नित फिर भी व्यवस्था नहीं
केईएम रोड पर दिन में कई बार दुकानों, मार्केट के आगे बड़ी संख्या में दुपहिया वाहनों के खड़े रहने के स्थान संबंधित थाना पुलिस और यातायात विभाग के पास चिह्नित है। यहां दिन में कई बार यातायात जाम होता है। लोग घंटो परेशान होते है फिर भी न पुलिस विभाग कार्यवाही कर रहा है और ना ही यातायात विभाग ध्यान दे रहा है। लम्बा जाम लगने के बाद यातायात कर्मी पहुंचकर अपनी ड्यूटी निभा देते है। स्थाई समाधान की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सडक़ों पर दुकानें
कोटगेट से सार्दुल सिंह सर्किल तक दोनो तरफ कई स्थानों पर स्थायी दुकानों के बाहर सामान, फिर दुपहिया वाहन और इसके बाद सडक़ पर अस्थायी दुकाने भी सजी रहती है। इससे भी यातायात जाम हो रहा है। कोटगेट रेल फाटक के पास, रतन बिहारी पार्क के आगे, सार्दुल सिंह सर्किल तक जगह-जगह अस्थायी दुकानें और ठेले गाडो के कारण लोग परेशान होते रहते है।