शराब विक्रेताओं और पुलिस की जुगलबंदी मंगलवार को दूसरे दिन भी देखने को मिली। रात आठ बजे बाद शराब की बिक्री आम दिनों की तरह हो रही थी। एेसा नहीं है कि पुलिस को इसकी जानकारी नहीं थी। पुलिस अधीक्षक सवाई सिंह गोदारा ने सभी थानाधिकारियों को निर्देश दिए कि रात आठ बजे बाद शराब की बिक्री नहीं होनी चाहिए।
अधीक्षक के निर्देशों की पालना कितने थानाधिकारियों ने की, इसकी हकीकत देर रात तक शराब बिक्री की यह तस्वीरें बयां कर रही है। नियम विरुद्ध शराब की बिक्री पुलिस, आबकारी और उनके अधिकारियों के आदेशों की पालना पर भी सवाल उठा रही है। देर रात तक शराब की बिक्री होनो अपराध को बढ़ावा देने के साथ ही सड़क दुर्घटनाओं का कारण भी बनती है। मंगलवार को ही 'राजस्थान पत्रिका' ने 'आठ बजे के बाद देर रात तक शहर में बिकती है शराब...Ó शीर्षक से खबर प्रकाशित कर पुलिस और आबकारी अधिकारियों का इस ओर ध्यान दिलाया था।
बीकानेर चौखूंटी ओवरब्रिज के पास शराब की दुकान पर मंगलवार रात सवा नौ बजे तक बेधड़क शराब की बिक्री हो रही थी। पत्रिका टीम पहुंची इसके कुछ देर बाद पुलिस की गाड़ी भी पहुंच गई। पुलिस को देखकर शराब बेच रहा व्यक्ति भाग गया, लेकिन दुकान के अन्दर सेल्समैन बैठा रहा। यहां पुलिस ने भी केवल मौजूदगी दर्शाई और कार्रवाई किए बिना ही लौट गई। हालांकि बाद में सेल्समैन भी इधर-उधर हो गया।
केईएम रोड स्थित शराब की दुकान में दूसरे दिन भी रात ९:४५ बजे बेखौफ बिक्री हो रही थी। यहां बैठा सेल्समैन शराब की बोतले बंद शटर के नीचे से ग्राहकों को देते दिखा।
श्रीगंगानगर रोड और उरमूल डेयरी के सामने रात १०:०५ बजे शराब की दुकान का भले ही शटर बंद था, लेकिन बंद शटर के नीचे से शराब की बिक्री खुलेआम की जा रही थी।
श्रीगंगानगर रोड पर ही रोडवेज बस स्टैण्ड से कुछ दूर रात 10:10 बजे बंद दुकान के पिछले दरवाजे से शराब परोसी जा रही थी। शराब की बोतलें ले जाते हुए ग्राहक कुछ यूं दिखाई दिया।