अतिरिक्त प्राचार्य एवं मेडिसिनि विभागाध्यक्ष डॉ. एलए गौरी ने बताया कि सरकार ने कोरोना के तहत २५ मल्टीपेरा मॉनिटर मिले हैं। यह उपकरण भर्ती होने वाले कोरोना संदिग्ध मरीजों के काम आएंगे। वहीं करीब ९६ लाख रुपए के आठ वेंटीलेटर खरीदे जा रहे हैं, जिनकी स्वीकृति मिल गई है। एक-दो दिन में उपलब्ध हो जाएंगे।
17 भर्ती, एक आईसीयू में
डॉ. गौरी ने बताया कि कोरोना वायरस की आशंका में १७ मरीज कोरोनटाइन आइसोलेशन वार्ड एवं एक मरीज आइसीयू सीएएस में भर्ती है। राहत की बात है कि गुरुवार को पांच मरीजों की रिपोर्ट कराई जो नेगेटिव आई। तीन सैम्पल और जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट आई नहीं है। वहीं कोरोना ओपीडी में ११० लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के एपिडियोमॉलोजिस्ट नीलम प्रतापसिंह ने बताया कि अब तक एक लाख ३० हजार ९०८ घरों का सर्वे कर 4 लाख ४७ हजार ५३७ लोगों की स्क्रीनिंग की गई है, जिसमें से १२ हजार १४० लोग सामान्य सर्दी जुकाम से पीडि़त पाए गए। १९७ लोगों को संदिग्ध के चलते अस्पताल भेजा। २८ लोगों की कोरोना की जांच कराई गई। १३४ लोगों होम आइसालेशन कराया जा चुका हैं।
डॉ. गौरी ने बताया कि कोरोना वायरस की आशंका में १७ मरीज कोरोनटाइन आइसोलेशन वार्ड एवं एक मरीज आइसीयू सीएएस में भर्ती है। राहत की बात है कि गुरुवार को पांच मरीजों की रिपोर्ट कराई जो नेगेटिव आई। तीन सैम्पल और जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट आई नहीं है। वहीं कोरोना ओपीडी में ११० लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के एपिडियोमॉलोजिस्ट नीलम प्रतापसिंह ने बताया कि अब तक एक लाख ३० हजार ९०८ घरों का सर्वे कर 4 लाख ४७ हजार ५३७ लोगों की स्क्रीनिंग की गई है, जिसमें से १२ हजार १४० लोग सामान्य सर्दी जुकाम से पीडि़त पाए गए। १९७ लोगों को संदिग्ध के चलते अस्पताल भेजा। २८ लोगों की कोरोना की जांच कराई गई। १३४ लोगों होम आइसालेशन कराया जा चुका हैं।