अब चेता कॉलेज व अस्पताल प्रशासन
पीबीएम अस्पताल प्रशासन ने सख्त निर्णय लिए हैं, जिन्हें तत्काल लागू भी कर दिया गया है। अस्पताल में कार्यरत सुरक्षा कर्मियों को निर्देशों की सख्ती से पालना कराने की हिदायत दी है। लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई तक की जाएगी। पीबीएम अस्पताल में ओपीडी व आइपीडी के लिए नए नियम तय किए गए है। हालांकि यह नियम पहले से लागू है लेकिन इन्हें अमल में नहीं लाया जा रहा था लेकिन अब कोरोना के मद्देनजर इन्हें सख्ती से लागू किया गया है।
पीबीएम अस्पताल प्रशासन ने सख्त निर्णय लिए हैं, जिन्हें तत्काल लागू भी कर दिया गया है। अस्पताल में कार्यरत सुरक्षा कर्मियों को निर्देशों की सख्ती से पालना कराने की हिदायत दी है। लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई तक की जाएगी। पीबीएम अस्पताल में ओपीडी व आइपीडी के लिए नए नियम तय किए गए है। हालांकि यह नियम पहले से लागू है लेकिन इन्हें अमल में नहीं लाया जा रहा था लेकिन अब कोरोना के मद्देनजर इन्हें सख्ती से लागू किया गया है।
वार्ड में एक मरीज के साथ एक परिजन की व्यवस्था एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. शैतानसिंह राठौड़ ने बताया कि पीबीएम अधीक्षक डॉ. पीके बैरवाल को निर्देश दिए गए हैं कि वार्डों में प्रवेश के लिए पास व्यवस्था को सख्ती से लागू कराई जाए। वार्ड में एक मरीज के साथ केवल एक ही परिजन रहेे। एक से अधिक परिजन वार्ड में मिलने पर वहां ड्यूटी कार्मिक के खिलाफ कार्रवाई करें।
आमजन करें सहयोग
प्राचार्य डॉ. राठौड़ ने कहा है कि पीबीएम में वे ही मरीज आए जो गंभीर बीमार हो। सामान्य बीमारी के लिए संबंधित एवं नजदीकी डिस्पेंसरी, स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक को दिखाया जाए। पीबीएम में आना जरूरी हो तो मरीज के साथ एक-दो परिजन आए। चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ भी सावधानी पूर्वक और खुद को बचाते हुए काम करें।
प्राचार्य डॉ. राठौड़ ने कहा है कि पीबीएम में वे ही मरीज आए जो गंभीर बीमार हो। सामान्य बीमारी के लिए संबंधित एवं नजदीकी डिस्पेंसरी, स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक को दिखाया जाए। पीबीएम में आना जरूरी हो तो मरीज के साथ एक-दो परिजन आए। चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ भी सावधानी पूर्वक और खुद को बचाते हुए काम करें।
मास्क और सेनेटाइजर की बढ़ी मांग पीबीएम अस्पताल में मास्क और सेनेटाइजर की मांग बढ़ गई है। मास्क और सेनेटाइजर को लेकर वरिष्ठ चिकित्सकों ने डॉ. प्राचार्य के साथ बैठक की, जिसमें मास्क व सेनेटाइजर मुहैया कराने का मुद्दा उठाया। साथ ही चिकित्सकों ने ओपीडी में चिकित्सक के चेम्बर में लगने वाली भीड़ को कम करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड लगाने की मांग की। बैठक में अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. रंजन माथुर, डॉ. गुंजन सोनी, डॉ. सोनिया सोनी, डॉ. कांता भाटी, डॉ. जितेन्द्र फलोदिया, डॉ. अभिषेक कोचर, डॉ. युसूफ, डॉ. जितेन्द्र आचार्य सहित अनेक चिकित्सक उपस्थित थे।
यह सामान और मंगवाया
पीबीएम अस्पताल के ड्रग वेयर हाउस प्रभारी डॉ. गौरीश्ंाकर जोशी ने बताया कि कोरोना के मद्देनजर वेयर हाउस में पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध है। वर्ततान में ७५६ प्रकार की दवाइयां, २.५० लाख मास्क, आईवी फ्लूड ३ लाख उपलब्ध है। इसके अलावा एन-९५ मास्क २५००, कोरोना वार्ड में कार्यरत स्टाफ के लिए पहनी जाने वाली वाटरपू्रफ पूरी ड्रेस २५००, आंखों पर लगाने वाले चश्मे २५०० एवं मास्क व कपड़े २० हजार का ऑर्डर किया गया है।
पीबीएम अस्पताल के ड्रग वेयर हाउस प्रभारी डॉ. गौरीश्ंाकर जोशी ने बताया कि कोरोना के मद्देनजर वेयर हाउस में पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध है। वर्ततान में ७५६ प्रकार की दवाइयां, २.५० लाख मास्क, आईवी फ्लूड ३ लाख उपलब्ध है। इसके अलावा एन-९५ मास्क २५००, कोरोना वार्ड में कार्यरत स्टाफ के लिए पहनी जाने वाली वाटरपू्रफ पूरी ड्रेस २५००, आंखों पर लगाने वाले चश्मे २५०० एवं मास्क व कपड़े २० हजार का ऑर्डर किया गया है।