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लाखों की दवाइयां अवधिपार, प्रशासन को जानकारी ही नहीं

locationबीकानेरPublished: Jan 15, 2019 05:18:36 pm

Submitted by:

dinesh kumar swami

अब दवा वितरण केन्द्रों से मंगवाई जा रही सूचीनोडल अधिकारी को लगाई फटकार

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लाखों की दवाइयां अवधिपार, प्रशासन को जानकारी ही नहीं

बीकानेर. सरकार की मुख्यमंत्री दवा योजना में अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। सरकार से मरीजों के इलाज के लिए करोड़ों रुपए की दवा आ रही है। पीबीएम अस्पताल में दवा वितरण केन्द्रों के माध्यम से दवाओं का वितरण किया जा रहा है। करोड़ों की दवाएं आने के बावजूद मरीजों की पर्चियों पर नोट अवेलेबल (एनए) लिखा जा रहा है। अस्पताल प्रशासन और एमएनडीवाई योजना के प्रभारी की अनदेखी व लापरवाही की बानगी यह है कि यहां दवाइयां कितनी अवधिपार हो चुकी है इसकी जानकारी ही नहीं है जबकि हकीकत यह है कि दवा वितरण केन्द्रों पर तकरीबन २० से २५ प्रतिशत दवाइयां अवधिपार हैं जो पड़ी हैं।
डीडीसी अव्यवस्था को लेकर बुलाई बैठक
एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरपी अग्रवाल ने पीबीएम अस्पताल में अवधिपार दवाइयां, पर्चियों ऑनलाइन नहीं होने, डीडीसी फार्मासिस्टों की शिकायतों के संबंध में सोमवार को बैठक बुलाई, जिसमें विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में दवाइयों की डिमांड, शार्ट दवाइयों की सूची, अवधिपार दवाइयों की संख्या आदि के बारे में जानकारी ली गई। मरीजों की दवा पर्चियां ऑनलाइन कराने के लिए संबंधित ठेकेदार को पाबंद किया गया। बैठक में अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. एलए गौरी, अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. रंजन माथुर, पीबीएम अधीक्षक डॉ. पीके बैरवाल, डॉ. जीएस सेंगर, एमएनडीवाई पीबीएम प्रभारी डॉ. रामेश्वर व्यास, डॉ. देवेन्द्र अग्रवाल, डॉ. पिन्टू नाहटा, डॉ. गुंंजन सोनी, फार्मासिस्ट कॉर्डिनेटर गोरधनराम जाट, जिला औषधी भंडार प्रभारी डॉ. नवल गुप्ता आदि उपस्थित थे जबकि ड्रग वेयर हाउस प्रभारी डॉ. गौरीशंकर जोशी बैठक से नदारद रहे।
मंगवा रहे हैं सूची
अवधिपार दवाइयों के बारे में हर डीडीसी से डिटेल मंगवाई जा रही है। पूर्व में एक बार अवधिपार दवाइयों का निस्तारण कराया गया था। अब फिर से अवधिपार दवाइयों की सूची मंगवा रहे हैं। एमएनडीवाई योजना शुरू होने से लेकर अब तक करीब २० से २२ लाख की दवाइयां अवधिपार हो चुकी हैं। प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेजों में से बीकानेर में ही सबसे कम दवाइयां अवधिपार हुई है।
डॉ. पीके बैरवाल, अधीक्षक पीबीएम अस्पताल

25 प्रतिशत अवधिपार दवाइयां पड़ी हैं
सूत्रों के मुताबिक पीबीएम अस्पताल में दो अक्टूबर-२०११ में मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना शुरू हुई। तब से लेकर अब तक २० से २२ लाख की दवाइयां अवधिपार को चुकी हैं। अस्पताल प्रशासन की ओर से एमएनडीवाई योजना की जिम्मेवारी जिन्हें दी गई, उनकी लापरवाही से व्यवस्थाएं गड़बड़ा रही है। जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभा रहे। डीडीसी दवा में मौजूद दवाइयों में से करीब २५ प्रतिशत दवाइयां अवधिपार पड़ी हैं।
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