कलक्टर एनके गुप्ता ने मामले की जांच कर कार्यवाही करने की बात कही। वहीं प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि दो दिन में तहसीलदार पर कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन को तेज किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि २० सितंबर को तहसील में जाति प्रमाण पत्र बनाने में देरी की शिकायत करने गए छात्र नेता केड़ली व तहसीलदार के बीच कहासुनी व मारपीट हुई थी। बाद में दोनों ही पक्ष ने एक-दूसरे पर मारपीट करने का आरोप लगाकर परस्पर मामले दर्ज कराए। इसमें छात्र नेता केड़ली को गिरफ्तार कर जेल भेजने के विरोध में समर्थकों ने तहसील कार्यालय के सामने धरना शुरु किया।
प्रदर्शन में शामिल
जाट सेना के प्रदेशाध्यक्ष विवेक माचरा, भीम सेना के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र बापेऊ, बसपा नेता रामगोपाल बिश्नोई, नोखा कांग्रेस शहर अध्यक्ष मूलाराम मेघवाल, छात्र नेता विजयपाल बेनीवाल, आत्माराम तर्ड, रामसिंह पहलवान, प्रताप सिंह राठौड़, हरीदान चारण, एड. बजरंग छींपा, दानाराम घींटाला, सरपंच हीराराम नायक, सरपंच मोहनराम मरोड़, दिनेश सारण, पोलाराम मरोड़, अमराराम लेखाला, लेखराम चौहान व बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।
महासंघ ने दिया ज्ञापन
तहसीलदार के साथ मारपीट मामले में सोमवार को कर्मचारी महासंघ, उपशाखा नोखा की ओर से संभागीय आयुक्त व एसपी के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया गया। इसमें मगनाराम केड़ली पर अधिकारियों के साथ अभद्र व्यवहार करने, झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने सहित कई तरह के आरोप लगाए गए। ज्ञापन में तहसीलदार के विरुद्ध कार्रवाई करने पर विभिन्न कर्मचारी संगठनों की ओर से कार्य बहिष्कार कर आंदोलन करने की बात भी कही गई। ज्ञापन पर पटवार संघ अध्यक्ष सहित दर्जनों कार्मिकों के हस्ताक्षर थे।
छत्तरगढ़. यहां राजस्थान राजस्व सेवा परिषद् उपशाखा छत्तरगढ़ के तत्वावधान में सोमवार को यहां तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार जाखड़ को ज्ञापन सौंपा। संघ अध्यक्ष रिछपालसिंह के नेतृत्व में कर्मचारियों ने सौंपे ज्ञापन में बताया कि लोगों के दबाव में आकर नोखा तहसीलदार के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई तो समस्त छत्तरगढ़ राजस्थान राजस्व सेवा परिषद् के भू-निरीक्षक, पटवारी, राजस्व मंत्रालयिक कर्मचारी व सभी कार्मिक विरोध कर कार्य का बहिष्कार कर धरना-प्रदर्शन करेंगे।