पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि सभी थाने के नक्शों को हटाकर उसके स्थान पर डिजिटल मैप बनाए गए हैं। साथ ही नए मैनुअल नक्शे लगाए गए हैं। साइबर टीम के एक्सपर्ट गूगल से इसे तैयार करने में जुटे हुए हैं। डिजिटल मैप केवल पुलिस विभाग में ही देखने को मिलेंगे। इस मैप में उन सभी स्थानों को चिन्हित किया गया है जो आसानी से सही स्थान पर पहुंचाने में मददगार साबित हो। डिजिटलाइजेशन के दौरान शहर के उन स्थानों का विशेष ध्यान रखा गया हैं, जो कानून व्यवस्था की दृष्टि से संवेदनशील हैं। इसके अतिरिक्त स्थान विशेष की पहचान कराने वाले प्रसिद्ध मंदिर, स्तंभ, स्कूल, कोचिंग संस्थान, बैंक, स्थान, आंगनबाड़ी या गली को चिन्हित कर मेप में दर्ज गया है। पुलिस की साइबर सेल की कोशिश है कि कोई भी अपराध या घटना होने पर मौके पर जाने वाली टीम को मेप से तत्काल वहां की जानकारी मिल सकेंगी।
रेंज में 94 थाने बीकानेर रेंज में बीकानेर मुख्यालय के जिले भर में 27 थानों समेत रेंज के 94 थाने हैं। सभी के डिजिटल मैप तैयार किए गए हैं। पहले थानों को कंप्यूटरीकृत किया गया अब डिजिटलाइजेशन की ओर कदम बढ़ाए हैं। बीकानेर जिले के २८, श्रीगंगानगर के २८, चूरू २१ एवं हनुमानगढ़ के २७ थानों के डिजिटल मेप तैयार कर गूगल पर अपलोड कर दिए गए हैं। वहीं चौकियां को भी गूगल मेप से जोडऩे का काम चल रहा है। रेंज में करीब ३७ पुलिस चौकियां हैं।
इनका कहना है
इस साल पुलिस प्राथमिकता में तकनीकी दक्षता को विषेश माना है। इसी कड़ी में पिछले सालभर से चल रहे थानों को डिजिटलाइजेशन व गूगल मेप से जोडऩे का काम किया गया है। रेंज के 94 थानों को गूगल मेप पर अपलोड के दिया गया है। अब वाहन चालक जीपीएम के माध्यम से गूगल की मदद से थानों की लोकेशन जान सकेंगे।
जोस मोहन, पुलिस महानिरीक्षक बीकानेर रेंज