मुख्यमंत्री के आदेश की मानें तो अब राजनीतिक नियुक्तियों के लिए प्रभारी व सह प्रभारी की रिपोर्ट को माना जाएगा। राजनीतिक नियुक्ति की मंशा रखने वाले व्यक्ति को अब अपने बायोडेटा में तीन बिन्दुओं को अनिवार्य रूप से शामिल करना होगा, जिसमे पहला बिन्दु होगा कि वह कब से कांग्रेस पार्टी से जुड़ा है, दूसरा उसने विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस के लिए क्या कार्य किया तथा तीसरे बिन्दू में उसे कांग्रेस पार्टी में रहते हुए अब तक दिए योगदान का उल्लेख करना होगा। मुख्यमंत्री के इस आदेश से जाहिर है कि अब धन्ना सेठ या सिफारिशों के बल पर राजनीतिक नियुक्तियां संभव नहीं होंगी।
इनकी रही उपस्थिति
बैठक में बीकानेर के पश्चिम विधानसभा विधायक व जलदाय मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, श्रीकोलायत विधायक व उच्च शिक्षा मंत्री भंवर ङ्क्षसह भाटी, प्रदेश कांग्रेस सचिव राजकुमार किराडू, जिया उर रहमान, नोखा के पूर्व विधायक रामेश्वर डूडी, श्रीडूंगरगढ़ कांग्रेस प्रत्याशी मंगलाराम गोदारा, शहर जिलाध्यक्ष यशपाल गहलोत और देहात जिलाध्यक्ष महेन्द्र गहलोत उपस्थित थे।
लोकसभा की तैयारी को लेकर हुई बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष, जिला कार्यकारिणी व ब्लॉक कार्यकारिणी में वंचित रहे पदाधिकाधिकारियों की नियुक्ति का रास्ता भी साफ हो गया है। ऐसे में अब बीकानेर पश्चिम विधानसभा के बी ब्लॉक में रिक्त ब्लॉक अध्यक्ष की नियुक्ति भी जल्द हो सकेगी। यहां पिछले डेढ़ साल से ब्लॉक अध्यक्ष का पद रिक्त पड़ा है।