गौरतलब है कि गरीबों को राहत देने के उद्देश्य से कोरोना महामारी के कारण अप्रैल 2020 में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना शुरू की थी। इसके अंतर्गत परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को एनएफएसए आवंटन के अतिरिक्त प्रति महीना 5 किलो गेहूं मुफ्त दिया गया जा रहा था।
केंद्र सरकार ने इससे पूर्व भी कोविड-19 की प्रथम लहर खत्म होने के साथ नवंबर 2020 में यह योजना बंद कर दी गई लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण सरकार ने फिर से मई 2021 में यह योजना पुन: शुरू कर दी थी। जो अब तक जारी है। राजस्थान में 4.33 करोड़ से अधिक लोगों को प्रत्येक महीने के 30 हजार मैट्रिक टन निशुल्क गेहूं वितरित किया जा रहा था।
एनएफएसए का गेहूं मिलता रहेगा
कोविड-19 काल के दौरान एनएफएसए लाभार्थियों को दुगुना गेहूं मिल रहा था। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना बंद होने के बाद एनएफएसए लाभार्थियों को प्रति व्यक्ति प्रति महीना दो रुपए किलो के अनुसार 5 किलो गेहूं मिलता रहेगा। बीपीएल को एक रुपए किलो गेहूं दिया जाता है। राशन की उचित मूल्य की दुकान पर अब केवल गेहूं ही मिलता है। चीनी और केरोसीन बंद हो चुका है।
इनका कहना है
कोविड-19 काल के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना तहत शुरू किया गया गरीब परिवार के प्रत्येक सदस्य को हर माह मिलने वाला अतिरिक्त पांच किलो गेहूं अब 31 मार्च को बंद किया जा रहा है। बीकानेर जिले में अप्रेल तक ही मिलेगा। इसके बाद एनएफएसए लाभान्वितों को प्रति व्यक्ति माह दो रुपए किलो के अनुसार पांच किलो ही गेहूं दिया जाएगा। - भागुरम मेहला, डीएसओ, बीकानेर