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जेल में बंदियों का हंगामा, सुरक्षा प्रहरी पर हमला

locationबीकानेरPublished: Apr 20, 2019 10:07:19 am

Submitted by:

dinesh kumar swami

बीकानेर. बीकानेर केन्द्रीय कारागार में धूम्रपान सामग्री को लेकर शुक्रवार को बंदी और सुरक्षा प्रहरी भिड़ गए। एक बंदी के हमले में सुरक्षा प्रहरी घायल गया।

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जेल में बंदियों का हंगामा, सुरक्षा प्रहरी पर हमला

बीकानेर. बीकानेर केन्द्रीय कारागार में धूम्रपान सामग्री को लेकर शुक्रवार को बंदी और सुरक्षा प्रहरी भिड़ गए। एक बंदी के हमले में सुरक्षा प्रहरी घायल गया। उसका जेल अस्पताल में उपचार कराया गया। हमले की सूचना पर जेल अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बाद में बंदी को हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद कर दिया और जेल में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। बंदी के खिलाफ जेल अधीक्षक की ओर से बीछवाल पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
जेल प्रशासन के अनुसार बंदी बीड़ी की मांग को लेकर शुक्रवार को जेल में एकत्र हो गए। जेल अधिकारियों व सुरक्षा प्रहरियों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। दोपहर बाद बंदियों का विरोध तेज हो गया। जेल प्रशासन ने मामला बिगड़ता देख एहतियात के तौर पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को बुला लिया। शाम को बंदियों और सुरक्षाकर्मियों में बहस हो गई। बंदियों पर सख्ती कर उन्हें बैरकों में डाल दिया। इससे एक बंदी आक्रोशित हो गया और उसने सुरक्षा प्रहरी पर ब्लेड से हमला कर दिया। अचानक हुए इस घटनाक्रम से जेल के अधिकारी भी सकपका गए। हालांकि स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया।
यह रहा घटनाक्रम
बीछवाल पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया गया है कि कारागार में शाम पांच बजे १०-१२ बंदी बीड़ी की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। तब सुरक्षा प्रहरियों ने सभी बंदियों को जेल अधीक्षक के समक्ष पेश किया। जेल अधीक्षक ने सभी बंदियों को नियमानुसार बीड़ी मुहैया नहीं कराने की बात कही। तब सभी बंदी मान गए और बैरक में चले गए, लेकिन बंदी सुरेन्द्र सिंह पुत्र मदन सिंह ने शोर-शराबा करने लगा। सुरक्षा प्रहरियों के समझाने पर भी वह नहीं माना। उसने सुरक्षा प्रहरी शिवप्रताप को पकड़ लिया और जेब से ब्लेड का टुकड़ा निकाल कर शिवप्रताप को घायल कर दिया। शिवप्रताप के हाथों की अंगुलियों पर घाव हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हत्या के मामले में आजीवन कारावास
सीकर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के ढांकसा गांव निवासी सुरेन्द्र सिंह धारा ३०२ में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है। उसे अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश (फास्ट ट्रैक) सीकर ने २० जनवरी, २००६ को सजा सुनाई थी।
हंगामे को लेकर यह चर्चा
चार-पांच दिन से बीड़ी की बात को लेकर अनबन चल रही थी। शुक्रवार को डेढ़ सौ-दो सौ बंदी विरोध में उतर आए। बंदियों ने सुबह चाय व खाना भी नहीं लिया। सुबह ११ बजे जेल के बाड़े को बंद किया गसर और दोपहर तीन बजे खोला। तीन बजे भी बंदियों ने चाय नहीं ली। सुबह से शाम तक यह विवाद गहराता रहा।
तीन माह से बंद
पहले बंदियों को बीड़ी मुहैया कराई जा रही थी, लेकिन तीन माह से बंद है। डीजी के आदेश मिलने के बाद से बीड़ी देना बंद कर दिया। शुक्रवार को १५-२० बंदी विरोध करने लगे, जिन्हें समझाकर बैरक में भेज दिया, लेकिन एक बंदी ने प्रहरी शिवप्रताप पर ब्लेड से हमला कर दिया। बंदी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
परमजीतसिंह सिद्धू, जेल अधीक्षक, बीकानेर
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