एक अनुमान के मुताबिक जिले में 500 से अधिक निजी हॉस्पिटल एवं 600 पैथोलॉजी लैब हैं। 90 फीसदी लैब में एमडी पैथोलॉजिस्ट ही नहीं हैं। यह लैब केवल टेक्निशियन के भरोसे ही चल रही हैं। न्यायालय के आदेश के मुताबिक एमडी पैथोलॉजिस्ट के बिना कोई भी लैब संचालित नहीं कर सकता। एमडी पैथोलॉजिस्ट के हस्ताक्षर के बगैर कोई रिपोर्ट जारी नहीं कर सकता। बीकानेर, नोखा, लूणकरनसर, श्रीडूंगरगढ़, कोलायत, खाजूवाला, छतरगढ़, पूगल, बज्जू, महाजन में निजी पैथोलॉजी लैब संचालित हैं।
शहर में यहां ज्यादा लैब
पीबीएम अस्पताल के सामने एक्स-रे गली, सार्दुलगंज, पवनपुरी, जिला अस्पताल के आसपास, जेएनवीसी सहित पीएचसी व सीएचसी तथा डॉक्टरों के घर के आसपास निजी लैब चल रही हैं। कई बार लैब की रिपोर्ट पर सवाल उठते रहे हैं। विशेष रूप से मौसमी बीमारियों के सीजन में मरीजों की भीड़ अधिक रहती है।
पीबीएम अस्पताल के सामने एक्स-रे गली, सार्दुलगंज, पवनपुरी, जिला अस्पताल के आसपास, जेएनवीसी सहित पीएचसी व सीएचसी तथा डॉक्टरों के घर के आसपास निजी लैब चल रही हैं। कई बार लैब की रिपोर्ट पर सवाल उठते रहे हैं। विशेष रूप से मौसमी बीमारियों के सीजन में मरीजों की भीड़ अधिक रहती है।
सील की कार्रवाई होगी
जिले में 25 फीसदी निजी हॉस्पिटल व लैब संचालकों ने रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। रजिस्ट्रेशन की तिथि निकल चुकी है। जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया, उन निजी क्लिनिक व लैबों को सील करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए अगले सप्ताह जिलेभर में अभियान चलाया जाएगा।
-डॉ. बीएल मीणा, सीएमएचओ, बीकानेर
जिले में 25 फीसदी निजी हॉस्पिटल व लैब संचालकों ने रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। रजिस्ट्रेशन की तिथि निकल चुकी है। जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया, उन निजी क्लिनिक व लैबों को सील करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए अगले सप्ताह जिलेभर में अभियान चलाया जाएगा।
-डॉ. बीएल मीणा, सीएमएचओ, बीकानेर