बायोमेट्रिक मशीन सुचारू होने के बाद टीटीई स्टाफ की ड्यूटी की गणना हो जाएगी। इससे जिस ट्रेन से टीटीई जाएगा उसे गन्तव्य स्टेशन पर ही उतरना होगा। वह बीच में नहीं उतर सकेगा। इसके अलावा किस ट्रेन में कितने टीटीई चल रहे हैं, इसका अंदाजा भी थम्ब इम्प्रेशन मशीन से लग जाएगा।
टीटीई लॉबी में मशीन स्थापित कर दी गई है। स्टाफ से जुड़ी सूचनाओं का संकलन किया जा रहा है। शीघ्र ही थम्ब इम्प्रेशन की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। इस व्यवस्था से हर तरह की मॉनिटरिंग की जा सकेगी। सभी के ड्यूटी टाइम का पता चल जाएगा।
जितेन्द्र मीणा, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक
थम्ब इम्प्रेशन मशीन लगने से रेलवे, आमजन और टीटीई सभी को फायदा होगा। प्रत्येक टीटीई को 14 दिन में 104 घंटे ड्यूटी करनी पड़ती है। इस व्यवस्था से कम-ज्यादा की समस्या से निजात मिलेगा।
विनोद भटनागर, सेवानिवृत्त मंडल मुख्य टिकट निरीक्षक (उ.प.रे.)