करीब दस-बारह दिन पूर्व जहां तेज बारिश ने शहर को दरिया बना दिया था। उसके बाद बारिश का दौर थम सा गया। हालांकि बीच-बीच में आई हल्की वर्षा से उमस की बढ़ रही थी। लेकिन शुक्रवार दोपहर मौसम ने पलटा खाया। दिन खुलने के साथ जहां हल्की धूप थी। वहीं धीरे-धीरे बादलों का जमावड़ा शुरू हो गया। इस दौरान धूप छांव चलती रही।
दोपहर बारह बजे बाद आसमान बादलों से आच्छादित हो गया और बूंदाबांदी शुरू हो गई। थोड़ी सी देर तक यह सिलसिला चला उसके बाद थम गई। दोपहर लगभग पौने एक बजे के आसपास आसमान बादलों से पूरी तरह से ढंक गया और रिमझिम शुरू हो गइ्र्र। थोड़ी ही देर में वर्षा ने गति पकड़ ली और बादल भादो मास की शुरुआत में मेघ-मल्हार गाने लगे। यह सिलसिला रुक-रुक कर तेज और धीरे होता रहा।