पीबीएम अस्पताल में मेडिसिन की पांचवीं यूनिट प्रभारी डॉ. सुरेन्द्र कुमार वर्मा ने बताया कि वायरल बुखार का वायरस गले में सुस्तावस्था में रहता है। मौसम में उतार-चढ़ाव से यह सक्रिय हो जाता है और शरीर को गिरफ्त में ले लेता है। अभी वायरल के मरीजों को दुरुस्त होने में सात से आठ दिन का समय लग रहा है। अभी सक्रिय वायरस को राइनो वायरस कहा जाता है।
गंभीरता से लें वायरल बुखार को
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जीएस तंवर ने बताया कि लगातार बुखार रहना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है। इससे बच्चे पीले और सुस्त पड़ जाते हैं। निमोनिया होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही अन्य रोग से पीडि़त व्यक्ति की हालत और खराब हो जाती है। गलत दवा लेने से किडनी और हार्ट पर असर पड़ता है।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जीएस तंवर ने बताया कि लगातार बुखार रहना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है। इससे बच्चे पीले और सुस्त पड़ जाते हैं। निमोनिया होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही अन्य रोग से पीडि़त व्यक्ति की हालत और खराब हो जाती है। गलत दवा लेने से किडनी और हार्ट पर असर पड़ता है।
तेजी से फैलता है वायरस
डॉ. अबरार अहमद ने बताया कि वायरल बुखार का संक्रमण तेजी से फैलता है। पीडि़त जब बात करता है तो उसकी सांस के जरिए यह दूसरे व्यक्ति तक पहुंच जाता है और उसकी प्रतिरोधक क्षमता के अनुरूप दो या तीन दिन में सक्रिय हो जाता है। इससे वह व्यक्ति भी बुखार एवं अन्य बीमारियों की चपेट में आ जाता है।
डॉ. अबरार अहमद ने बताया कि वायरल बुखार का संक्रमण तेजी से फैलता है। पीडि़त जब बात करता है तो उसकी सांस के जरिए यह दूसरे व्यक्ति तक पहुंच जाता है और उसकी प्रतिरोधक क्षमता के अनुरूप दो या तीन दिन में सक्रिय हो जाता है। इससे वह व्यक्ति भी बुखार एवं अन्य बीमारियों की चपेट में आ जाता है।
इसका रखें ख्याल
वायरल में सामान्य बुखार ही लगता है। इसलिए चिकित्सक के पास अवश्य जाएं। चिकित्सक की सलाह के बाद ही दवा लें।
दो दिन में बुखार ठीक न हो तो चिकित्सक की सलाह से जरूरी जांच करवाएं।
पीडि़त से हाथ मिलाने, खांसने-छींकने, सामने या नजदीक से बात करने से भी वायरल हो सकता है।
वायरल से पीडि़त व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
ये हैं लक्षण
शरीर में तेज दर्द।
गले में खरास और दर्द।
शरीर पर हल्के धब्बे पडऩा।
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द।
सामान्य रूप से कमजोरी।
सिर भारी होना, तेज बुखार।
हाथ पैर में दर्द (चिकुनगुनिया जैसे लक्षण)
शरीर में तेज दर्द।
गले में खरास और दर्द।
शरीर पर हल्के धब्बे पडऩा।
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द।
सामान्य रूप से कमजोरी।
सिर भारी होना, तेज बुखार।
हाथ पैर में दर्द (चिकुनगुनिया जैसे लक्षण)