खासकर बच्चों मंे पतंगबाजी को लेकर खासा उत्साह है। बाजार भी पतंगों की स्थायी व अस्थायी दुकानों से अटा पड़ा है। अलग-अलग तरह की पतंगें व डोर शौकिनों को अपनी ओर खींच रहे हैं। कोटगेट, केईएम रोड, दाऊजी रोड, तेलीवाड़ा, बड़ा बाजार, नत्थूसर गेट, जस्सूसर गेट सहित व्यास कॉलोनी, मुरलीधर नगर, मुक्ता प्रसाद सहित क्षेत्रों मंे सजी पतंगों की दुकानों पर लोगों की भीड़ रही।
बच्चों की पसंद छोटा भीम पतंग विक्रेताओं ने बड़ों के साथ ही बच्चों के लिए भी खास तरह की पतंगों का इंतजाम किया है। इसमें मुख्य रूप से टीवी कार्टून छोटा भीम, मोटू-पतलू, दंगल, डोरीमौन, जूरासिक पार्क सहित कई तरह के पात्रों के नाम की पतंगे बच्चों को लुभा रही है। वहीं बड़ों के लिए इकतवा, पूणी, अधी, मंझोली, ढाईवाली आकार की पतंगे है। यह पतंगे भूतण, टिकल, परियल, ग्लास सहित पारम्परिक नामों से भी जानी जाती है। पतंग विक्रेता पीसी व्यास के अनुसार अच्छी क्वालिटी की पतंगे और डोर बरेली, लखनऊ की है। बाजार में बड़ों की पतंगों के दाम ३ से ३० रुपए तक है। तो मांझा २०० से २१०० रुपए तक में बिक रहा है। इसमें अलग-अलग साइज की दरें अलग-अलग है। वहीं बच्चों की पतंगें २ से १० रुपए तक बिक रही है।
लोगों मंे है उत्साह
स्थापना दिवस व अक्षया तृतीया को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। पतंग विक्रेता सुरेश कुमार के अनुसार शहर में अक्षया तृतीया से एक पखवाड़ा पहले ही पतंगों की दुकानें सज गई थी। इन दिनों खरीदारी परवान पर है। दो दिन लोग जमकर पतंगें उड़ाएंगे।
स्थापना दिवस व अक्षया तृतीया को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। पतंग विक्रेता सुरेश कुमार के अनुसार शहर में अक्षया तृतीया से एक पखवाड़ा पहले ही पतंगों की दुकानें सज गई थी। इन दिनों खरीदारी परवान पर है। दो दिन लोग जमकर पतंगें उड़ाएंगे।