बीकानेरPublished: Nov 08, 2023 08:30:07 am
Vimal Changani
सामान्यत: यह सामने आता रहा है कि राजनीतिक पार्टियां चुनावों में जीत के लिए स्थापित नेताओं के परिवारों पर ही अधिक विश्वास व्यक्त करती हैं। जिले के कई ऐसे विधानसभा क्षेत्र रहे हैं, जहां पहले पिता फिर पुत्र, पति और पत्नी, दादा, पौत्र और पुत्रवधू को पार्टियों का टिकट मिला है
राजनीति में भले ही पार्टियां कार्यकर्ताओं को सर्वोपरि मानने की बातें कहती हों, लेकिन जब चुनावों में टिकट वितरण की बात आती है, तो पार्टियों के पैमाने ही जैसे बदल जाते हैं। सामान्यत: यह सामने आता रहा है कि राजनीतिक पार्टियां चुनावों में जीत के लिए स्थापित नेताओं के परिवारों पर ही अधिक विश्वास व्यक्त करती हैं। जिले के कई ऐसे विधानसभा क्षेत्र रहे हैं, जहां पहले पिता फिर पुत्र, पति और पत्नी, दादा, पौत्र और पुत्रवधू को पार्टियों का टिकट मिला है। यह भी सत्य है कि जीत का रिकॉर्ड भी अधिकतर इन्हीं के पक्ष में है।