जिले की सातों विधानसभाओं में कुल १५७५ पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इनमें सबसे अधिक पोलिंग स्टेशन कोलायत विधानसभा क्षेत्र में २६१ है जबकि सबसे कम पोलिंग स्टेशन बीकानेर पूर्व विधानसभा में १९५ हैं। बीकानेर पश्चिम में १८८, लूणकरनसर में २२५, श्रीडूंगरगढ़ में २३१, नोखा में २५२ और खाजूवाला में २२३ पोलिंग स्टेशन है।
हॉट सीट पर सबकी नजर जिले की दो हॉट सीट नोखा और बीकानेर पश्चिम पर पूरे प्रदेश की नजर टिकी हुई है। इनमें बीकानेर पश्चिम से कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. बीडी कल्ला का राजनीतिक भविष्य दाव पर लगा हुआ है। वे लगातार दो बार चुनाव हारने के बाद इस हंगामों और संघर्ष के बाद पार्टी की टिकट पा सके थे। सामने ८७ साल के बुजुर्ग डॉ. गोपाल जोशी है। लगातार दो बार से विधायक होने के चलते डॉ. जोशी के लिए चुनाव हैट्रिक तय करेगा। वहीं नोखा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी और भाजपा के बिहारी लाल बिश्नोई के बीच कांटे का मुकाबला चल रहा है। डूडी चुनाव के दौरान स्टार प्रचारक होने के बावजूद अपनी सीट पर लगातार जुटे रहे।
१५.६७ लाख वोटर चुनेंगे अपना जनप्रतिनिधि बीकानेर जिले की सातों विधानसभाओं में कुल १५ लाख ६७ हजार ६५८ वोटर हैं। इनमें खाजूवाला में २ लाख ८ हजार ३०, बीकानेर पश्चिम में २ लाख ८ हजार ४२०, बीकानेर पूर्व में २ लाख २३ हजार २७, कोलायत में २ लाख २६ हजार ८८७, लूणकरनसर में २ लाख २४ हजार ९३२, श्रीडूंगरगढ़ में २ लाख ३० हजार ९३३ और नोखा में २ लाख ४६ हजार २९ मतदाता है। बीते पांच साल के दौरान जिले में २ लाख ४८ हजार ९०२ मतदाता बढ़े हैं।
सुरक्षा इंतजाम कड़े जिले में मतदान के सुरक्षा इंतजामों के तहत जिला निर्वाचन अधिकारी की देखरेख में व्यापक सुरक्षा बंदोबस्त किए गए है। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों पर जहां हथियारबंद सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए है वहीं कुछ रिजर्व जाब्ते को भी रखा गया है।