नोखा. वर्ष २०१३ के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रामेश्वर डूडी ने निर्दलीय कन्हैया लाल झंवर को ३० हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया था। भाजपा के बिहारीलाल तीसरे स्थान पर रहे थे। डूडी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी हैं। यहां चिकित्सा व्यवस्था की हालत सबसे खराब है। पेंशन योजनाओं से जरूरतमंदों को कुछ राहत मिली। मादक पदार्थ तस्करी बड़ी चुनौती बनकर उभरी है।
सरकारी स्कूलों को संसाधन जरूर मिले लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षकों की कमी आज भी बड़ी परेशानी है। आज भी दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्र में एकल शिक्षक वाले विद्यालय हैं। शहरी क्षेत्र की स्कूलों में हालात कुछ सुधरे हैं। ग्रामीण अंचल का सबसे बड़ा अस्पताल होने के बावजूद यहां पर चिकित्सा व्यवस्था की हालत खराब है।
आमने-सामने यहां के विधायक के नेता प्रतिपक्ष होने के बावजूद भी कोई विकास कार्य नहीं हुए हैं। वे पहले तो नोखा आते ही नहीं थे, अब चुनाव नजदीक आ गए तो आना शुरू किया है। समस्याओं को विधानसभा में नहीं उठाया। ग्रामीण क्षेत्र में आज भी फ्लोराइड पानी की बड़ी समस्या है।
केएल झंवर, निकटतम प्रत्याशी
सरकार ने नोखा के लिए कांग्रेस शासन में स्वीकृत 407 करोड़ रुपए की योजना निरस्त की, जिसके लिए मैंने संघर्ष किया। तब सरकार ने शहरी क्षेत्र के लिए सिर्फ १०० करोड़ की स्वीकृति दी। ग्रामीण क्षेत्र को उपेक्षित छोड़ दिया गया। दी।
रामेश्वर डूडी, विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष जनता बोली, कई मुद्दों पर नहीं हुआ काम शिक्षा. सवाल १. क्या आपके यहां सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के स्तर में सुधार नजर आ रहा है?
जवाब.. ४० प्रतिशत हां, ५३ प्रतिशत नहीं, ७ प्रतिशत पता नहीं,
सवाल २. सरकारी स्कूलों में सुविधाएं बेहतर हुई/ क्या डिजिटल क्लासरूम शुरु हुए? जवाब.. ५५ प्रतिशत हां, ३७ प्रतिशत नहीं, ८ प्रतिशत पता नहीं
स्वास्थ्य. सवाल १. क्या आपके नजदीकी सरकारी अस्पताल में सुविधाएं बेहतर हुई/ कतार कम हुई? जवाब..२५ प्रतिशत हां, ७० प्रतिशत नहीं, ५ प्रतिशत पता नहीं
सवाल २. क्या आपके नजदीकी अस्पताल में फ्री में दवा और जांचें होती हैं? आपको इसका फायदा मिला?
जवाब.. ५८ प्रतिशत हां, ३३ प्रतिशत नहीं, ९ प्रतिशत पता नहीं
बुर्जुर्गों/ महिलाओं की सुरक्षा…
नोखा क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर ज्यादा दिक्कत नहीं है। सवाल १. बुजुर्गों और महिलाओं की बेहतरी के लिए क्या इस सरकार ने अच्छा काम किया?
जवाब..६० प्रतिशत हां, ३० प्रतिशत नहीं, १० प्रतिशत पता नहीं
रहन-सहन नोखा शहर में तो रहन-सहन में जरुर बदलाव आया है, लेकिन ग्रामीण अंचल में आज भी परम्परागत चीजे देखने को मिल रही है।
सवाल १. क्या आपको लगता है कि आपके आसपास की चीजें सुधरी/ जीवन बेहतर हुआ?
जवाब..५७ प्रतिशत हां, ४० प्रतिशत नहीं, ३ प्रतिशत पता नहीं
क्राइम / करप्सन. सवाल १. क्या आपको लगता है कि आपके इलाके में अपराध कम हुए है? जवाब…१६ प्रतिशत हां, ७६ प्रतिशत नहीं, ८ प्रतिशत पता नहीं
सवाल २. क्या आपके इलाके में छेड़छाड़, रेप, चेन स्नैचिंग की घटना कम हुई है?
जवाब…५२ प्रतिशत हां, ४२ प्रतिशत नहीं, ६ प्रतिशत पता नहीं
सवाल ३. २०१३ की अपेक्षा सरकारी दफ्तरों में काम कराना आसान हुआ है? जवाब…४० प्रतिशत हां, ५५ प्रतिशत नहीं, ५ प्रतिशत पता नहीं
सवाल ४. क्या पांच साल में आपके क्षेत्र में सरकारी दफ्तरों में घूसखोरी कम हुई है?
जवाब…४० प्रतिशत हां, ५२ प्रतिशत नहीं, ८ प्रतिशत पता नहीं